Himachal News: लापरवाही- औद्योगिक क्षेत्र में 24 घंटे का ब्लैक आऊट, करोड़ों रुपए का नुक्सान... ddnewsportal.com
Himachal News: लापरवाही- औद्योगिक क्षेत्र में 24 घंटे का ब्लैक आऊट, करोड़ों रुपए का नुक्सान...
औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली के लंबे कट करोड़ों रुपये का नुकसान कर रहे हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही थम नहि रही है। राज्य के ऊना जिले के औद्योगिक क्षेत्र गगरेट में स्थित उद्योगों को 24 घंटे में ही करोड़ों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ा। विद्युत बोर्ड की 132 केवी लाइन टूट जाने से न सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र में 24 घंटे ब्लैक आऊट रहा बल्कि साथ लगते कई रिहायशी इलाके भी अंधेरे में डूब गए। यही नहीं, बल्कि लापरवाही का आलम यह था कि हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड लिमिटेड काे भी 24 घंटों में लाखों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ा।
दरअसल, औद्योगिक क्षेत्र गगरेट के साथ लगते विद्युत सब स्टेशन को आने वाली 132 केवी लाइन रविवार को अचानक टूट गई और उसे जोड़ने में ही 24 घंटे लग गए। लाइन टूट जाने का पता चलते ही विद्युत बोर्ड ने इसे जोड़ने के लिए ठेकेदार की लेबर तो भेजी लेकिन बिना सामान के आई लेबर भी बेबस दिखी। फिर उद्योगों से मदद मांगी गई। रविवार रात 9 बजते ही ठेकेदार की लेबर ने यह कहते हुए हाथ खड़े कर दिए कि अब काम सुबह होगा। इसके चलते पूरी रात औद्योगिक क्षेत्र के साथ कई रिहायशी इलाकों में ब्लैक आऊट रहा। इसके चलते उद्योगपतियों को भी उत्पादन ठप्प होने से लाखों रुपए का नुक्सान झेलना पड़ा।
एक उद्योगपति ने कहा कि अगर बिजली बोर्ड के पास टूटी लाइन की मुरम्मत के लिए जरूरी सामान तक नहीं है तो फिर हिमाचल प्रदेश में भी बिजली बोर्ड को किसी निजी कंपनी के हवाले कर देना चाहिए। हैरानी की बात है कि कोई भी अधिकारी ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी तक लेने को तैयार नहीं है। उपमंडल औद्योगिक संघ के सदस्य अजय गंडोत्रा ने कहा कि बिजली बोर्ड आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कारगर कदम उठाए। उद्योगपति कब तक बिजली बोर्ड की लापरवाही का खमियाजा भुगतेंगे। वहीं विद्युत मंडल गगरेट के अधिशासी अभियंता राहुल पुरी ने बताया कि एचटी लाइन का रखरखाव ट्रांसमिशन विंग के हवाले है। इसमें विद्युत बोर्ड का कोई रोल नहीं है।