चहेतों को लाभ देने को बदल दी ट्यूबवेल की जगह- सुभाष शर्मा- ddnewsportal.com

चहेतों को लाभ देने को बदल दी ट्यूबवेल की जगह- सुभाष शर्मा- ddnewsportal.com

चहेतों को लाभ देने को बदल दी ट्यूबवेल की जगह

इंटक जिलाध्यक्ष सहित ग्रामीणों का आरोप; दो परिवार को निजी फायदा पंहुचाने के लिए बदला स्थान,

एक्सीयन बोले; नई जगह पर दुगुना बैनिफिट, खेतों सहित खाली समय मे नहर मे जाएगा पानी।

पांवटा साहिब के पीपलीवाला पंचायत मे स्वीकृत पानी के ट्यूबवेल को स्वीकृत स्थान से अन्य जगह पर लगाये जाने का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जल शक्ति विभाग मंडल पांवटा साहिब के अधिषासी अभियन्ता ने आखिरी समय पर ट्यूबवेल की जगह बदल दी और

अब उसे नहर के किनारे लगाया जा रहा है। जबकि अधिषासी अभियन्ता का कहना है कि जगह बदलने से क्षेत्र को दोहरा लाभ मिलेगा। दरअसल, इंटक के जिला अध्यक्ष सुभाष शर्मा सहित स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव मे दिनेश कुमार पुत्र कांति प्रसाद ने अपने खेत मे उस समय ट्यूबवेल लगवाने की जगह दी थी जब आसपास कोई भी व्यक्ति स्थान नही दे रहा था। इस ट्यूबवेल से आस-पास की सैंकड़ों बीघा भूमि सिंचित होनी थी तथा दिनेश कुमार ने एफिडेविट भी दिया था। परन्तु अब इस ट्यूबवेल को स्वीकृत स्थान से बदलकर दूसरे स्थान पर कर दिया गया। जबकि ट्यूबवेल लगाने के लिए एक बार पाईप भी मौके पर उतार दिये गये थे। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर यह ट्यूबवेल लगाया जा रहा है वहां सिर्फ एक दो लोगों को इसका लाभ

मिलेगा। तथा जोहडों की सिर्फ 5 से 7 बीघा भूमि ही सिंचित हो सकती है। उन्होंने जब अधिषासी अभियन्ता से बात की तो बताया कि यह स्थान उन्होंने ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर बदला है। और यह भी बताया कि इसका पानी वह BM Canal मे डालेंगे। जबकि इसमे बीएम केनाल और एनएच के बीच का एरिया लिया गया था। जहां पहले ये ट्यूबवेल लगना था वहां का सैंकड़ों बीघा एरिया अब असिंचित रह जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री के कहने पर विभाग ने यह साईट एक-दो परिवार को निजी लाभ देने के लिए बदली है। जो मंत्री के चहेते हैं और बदले की भावना से काम कर रहे हैं। 
उधर, अधिषासी अभियन्ता जल शक्ति विभाग मंडल पांवटा साहिब जगबीर वर्मा ने बताया कि ट्यूबवेल का स्थान बदलने से दोगुना लाभ होगा न कि नुकसान। राईजिंगमैन थोड़ी ज्यादा लगेगी लेकिन पूरे एरिया को कवर किया जाएगा। जब खेतों मे सिंचाई की जरूरत नहीं होगी तो पानी नहर मे डाला जाएगा जिससे आगे के इलाके मे रहने वाले लोगों को भी लाभ होगा।