कफोटा: बारिश से तबाही का हाल किसको सुनाएं जनता- न एसडीएम और न ही तहसीलदार ddnewsportal.com

कफोटा: बारिश से तबाही का हाल किसको सुनाएं जनता- न एसडीएम और न ही तहसीलदार ddnewsportal.com

कफोटा: बारिश से तबाही का हाल किसको सुनाएं जनता

उद्योग मंत्री के क्षेत्र कफोटा उपमंडल में न एसडीएम और न ही तहसीलदार, कैसे मिलेगी राहत

शिलाई विधानसभा क्षेत्र के कफोटा नागरिक उपमंडल के लोगों के हाल आजकल पुरानी फिल्म के एक गीत की तरह हो गए हैं। उस गीत के बोल "कौन सुनेगा, किसको सुनाएं इसलिए चुप रहते हैं..."। ऐसी ही परिस्थितियां यहां की जनता के साथ बन गई है। भारी बारिश से जगह-जगह नुक्सान हो रहा है। सड़कें कईं जगह बंद पड़ी हुई है। निर्माणाधीन एनएच ने हर ओर तबाही के मंजर दिखाए है। लोगों के आशियाने क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, खेतों और घासनियों को भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन जनता अपनी समस्या बताएं तो किसको। 
मंत्री जी रोड़ बंद होने के चलते भारी बारिश के बाद से क्षेत्र में नही पंहुच पाए हैं। जिन अधिकारियों को आस के साथ जनता अपना दुखड़ा बता सकें उनमे से या तो छुट्टी पर है या ट्रेनिंग पर गए हुए है। ऐसे में इस आपदा की घड़ी में भी जनता भगवान भरोसे हैं। 
हिमाचल प्रदेश में बरसात से चारों तरफ तबाही से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रदेश के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के विधानसभा क्षेत्र का कफोटा उपमंडल ऐसी त्रासदी में भी रामभरोसे चल रहा है। कफोटा के एसडीएम एक महीने से ट्रेनिंग पर है तथा कमरऊ तहसील में तहसीलदार का पद 5 महीने से खाली है तथा 15 दिनों से नायब तहसीलदार छूट्टी पर थे। जिस कारण क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।


जानकारी के मुताबिक प्रदेश में इस बार बरसात ने चारों तरफ तबाही मचाई है। मूसलाधार बारिश से सैंकड़ो सड़कें बंद है। कई लोगों के घर ढ़ह गये है। लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लेकिन ऐसी त्रासदी में जहां लोगों को सरकार की तरफ से मदद मिलनी चाहिए ऐसे समय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीब माने जाने वाले उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के विधानसभा क्षेत्र शिलाई के उपमंडल कफोटा के लोगों को रामभरोसे छोड़ा हुआ है। 


कफोटा के एसडीएम राजेश वर्मा 29 मई से शिमला में ट्रेनिंग पर गए हुए है तथा कमरऊ तहसीलदार भी जनवरी में सेवानिवृत्त हो गये थे उसके बाद से तहसीलदार का पद भी खाली चला हुआ। सरकार ने कमरऊ तहसील में नायब तहसीलदार की नियुक्ति तीन महीने पहले की हुई है। लेकिन नायाब तहसीलदार भी बीमार होने के कारण पिछले 15 दिनों से छूट्टी पर रहे। कफोटा उपमंडल के अंतर्गत शिलाई विधानसभा क्षेत्र की 23 पंचायतें आती है। हालांकि कफोटा एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार शिलाई के एसडीएम सुरेश सिंघा को दिया गया है। लेकिन शिलाई उपमंडल में भी बरसात से बहुत नुक्सान हुआ है और सड़कें बंद होने से कफोटा उपमंडल में हुए नुक्सान का जायजा लेना मुश्किल हो जाता है। कमरऊ नायब तहसीलदार का कार्यभार पांवटा साहिब के नायब तहसीलदार को दिया गया था। लेकिन नेशनल हाइवे-707 बंद होने के कारण वह भी नहीं पहुंच पा रहे। 
पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश से अधिकतर सड़कें बंद है तथा बरसात से अंबोन, जांदनीया व टिक्कर गांव, सखौली,कांटी मशवा, कोड़गा, कठवार आदि गांव में भारी नुक्सान हुआ है। उपमंडल में अहम अधिकारी ना होने के कारण बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार देर रात उपमंडल के माशू गांव में बादल फटने जैसे हालात बन गये। जिस कारण सड़क पर खड़ी गाडियां भी बह गई। कफोटा-ज्योंग वैकल्पिक सड़क मार्ग कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। 
कमरऊ पंचायत के प्रधान मोहन ठाकुर, पोका पंचायत के प्रधान जयप्रकाश चौहान, कठवार पंचायत के प्रधान महेंद्र ठाकुर ने बताया कि सिरमौर के कफोटा नागरिक उपमंडल के अंतर्गत भी बरसात से चारों तरफ भारी नुकसान हुआ है। लेकिन कफोटा उपमंडल में एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदार नहीं होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा तथा सरकार व प्रशासन के प्रति लोगों में खासा रोष है।

उधर, इस उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया की कफोटा के एसडीएम ट्रैनिंग पर है जिनका अतिरिक्त कार्यभार शिलाई के एसडीएम को दिया गया है। इसके अलावा कमरऊ के नायब तहसीलदार बीमार होने के कारण छूट्टी पर गये थे लेकिन वह छूट्टी खत्म होने के बाद डियूटी पर लौट आए है। उन्होंने कहा कि प्रशासन लोगों को हरसंभव मदद करने के प्रयास कर रहा है।