Paonta Sahib: नगर परिषद में आर्थिक तंगी जैसे हालात, सैलरी में देरी, 15.50 करोड़ रुपये शहर के पास... ddnewsportal.com

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Paonta Sahib: नगर परिषद में आर्थिक तंगी जैसे हालात, सैलरी में देरी, 15.50 करोड़ रुपये शहर के पास...

नगर परिषद पाँवटा साहिब में आर्थिक तंगी जैसे हालात बन गए है। आलम ये है कि 2 तारीख होने पर भी सफाई कर्मचारियों व कार्यालय के कर्मियों की सैलरी सहित पैंशनर्ज को पेंशन नही मिल पाई है। एक समय प्रदेश की सबसे अमीर कही जाने वाली पाँवटा साहिब नगर परिषद के आज सैलरी तक देने के लाले पड़ गये है। आखिर ऐसे हालात बने क्यों है ये भी हम आपको बतायेंगे। 
दरअसल, नगर परिषद पाँवटा साहिब का शहर पर हाऊस टैक्स और गारबेज कलेक्शन टैक्स का करोड़ों रुपए लंबित है। वर्षों से पैसा न आने से हालात अब खराब होते जा रहे है। विकास कार्य तो दूर अब तो कर्मचारियों की सैलरी निकालनी भी मुश्किल होती जा रही है। पहले एक तारीख को तनख्वाह मिलती थी। हालांकि इस बार एक तारीख को रविवार था, तो कर्मचारियों ने उम्मीद लगाई थी कि सोमवार को तो उनकी सैलरी मिल जाएगी। लेकिन नही मिली और अभी एक दो दिन और उम्मीद करना बेमानी होगा। 


अब जब आर्थिक मोर्चे पर नगर परिषद तंगी से जूझने लगी तो शहर से हाऊस टैक्स और गारबेज कलेक्शन टैक्स वसूलने की कवायद तेज हो गई। बताया जा रहा है कि पहले जिनको बिल भेजे गये थे और जिन्होंने पेमेंट नहीं की है उनको अब नोटिस जारी हो रहे हैं। जिससे उम्मीद जग गई है कि सख्ती बरतने पर नगर परिषद को कुछ पैसा जरूर मिलेगा। जिससे कम से कम तनख्वाह तो जारी की जा सकें। 
जानकारी के मुताबिक नगर परिषद पाँवटा साहिब में सफाई कर्मचारी सहित कुल 126 रेगुलर और आऊटसोर्स कर्मचारी कार्यरत है। जिनकी सैलरी का महीने का खर्च 26 लाख रुपये है। साथ ही पेंशनर्ज के 6 लाख रुपये की भी हर माह अदायगी होती है।  

■ कितना पैसा है शहर के पास: 

नगर परिषद की मानें तो शहर के लोगों के पास हाऊस टैक्स का 12 करोड़ के आसपास (2002 से) लंबित है। ऐसे ही गारबेज कलेक्शन का भी 2021 से 3.50 करोड़ रुपये पेंडिंग पड़ा हुआ है  ऐसे में यही मोटी रकम करीब साढ़े 15 करोड़ रुपए की है, जो यदि आ जाए तो नगर परिषद का कईं सालों का खर्च निकल जाएगा। बड़ी बात ये है कि शहर के सिर्फ बड़े होटल व गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट और स्वीट शाॅप, जो 78 के लगभग है, के पास 2 करोड़ 85 लाख रुपए मात्र गारबेज कलेक्शन के पेंडिंग है। हाऊस टैक्स अलग से करोड़ों में बकाया है। 
उधर, नगर परिषद की तरफ से बारूराम शर्मा ने बताया कि नगर परिषद शहर के लोगों को हाऊस टैक्स और गारबेज कलेक्शन टैक्स की कलेक्शन के लिए बिल दे रही है। बहुत से लोग जमा नहीं करवा रहे जिसके बाद नोटिस भी जारी किए जा रहे है।