मोमोज-बर्गर नही अपने बच्चों को दें सब्जियों-फलों से तैयार आहार- ddnewsportal.com
मोमोज-बर्गर नही अपने बच्चों को दें सब्जियों-फलों से तैयार आहार
आंगनवाड़ी केंद्र तारूवाला मे हुआ पोषण दिवस का आयोजन, पौष्टिक व्यंजन प्रदर्शनी मे कार्यकर्ता संतोष गुलाटी रही प्रथम।
बाल विकास परियोजना पांवटा साहिब के अंतर्गत वृत्त पावटा के आंगनबाड़ी केंद्र तारूवाला एक में राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत पोषण दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें धौलाकुआं से संगीता अत्री को मुख्य अतिथि के रुप में बुलाया गया। शिविर में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं को सरकार द्वारा
5000 रूपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। पहली किस्त 1000 रूपये गर्भावस्था दर्ज करवाने पर, दूसरी किस्त 2000 रूपये महिला द्वारा गर्भ के छठे या सातवें महीने के दौरान जांच कराने पर दी जाती है। तीसरी किस्त 2000 रूपये प्रसव होने के बाद बच्चे को साढ़े 3 महीने तक टीकाकरण लगवाने के पश्चात दी जाती है। यह राशि महिला के आधार से लिंक खाते में भी आ सकती। इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न प्रकार के पौष्टिक व्यंजन बनाकर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें सबसे अच्छी रेसिपी न्यूट्रिमिक्स के लड्डू व घीया की बर्फी बनाने वाली कार्यकर्ता संतोष गुलाटी को प्रथम विजेता घोषित किया गया। दूसरे नंबर पर वार्ड नंबर 11 एकता कॉलोनी की कार्यकर्ता रचना रही। इन्होंने बेसन के पौष्टिक चीले बनाए तथा तीसरे नंबर पर बलजीत कौर रही जिन्होंने तीनों के लड्डू बनाए थे। इन सभी कार्यकर्ताओं को पर्यवेक्षिका आभा शर्मा ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिए गये। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को स्थानीय चीजों के द्वारा किस प्रकार हम पौष्टिक व्यंजन तैयार कर सकते हैं, के बारे में बताया तथा विभागीय स्कीमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सबसे अधिक प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के फार्म भरने वाली कार्यकर्ता ममता मदान को भी मोमेंटो देकर प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर जो भी
वार्ड मेंबर और आशा वर्कर उपस्थित थी उन सभी को सम्मानित किया गया। कोविड-19 से बचाव, मास्क का प्रयोग व हाथों को अच्छी तरह से धोना आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इस मौके पर वृत्त पावटा की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जसविंद्र, गुरजीत, उर्मिला आदि सहित गांव की लगभग 65 महिलाओं ने भाग लिया तथा कार्यक्रम की सराहना की। उपस्थित महिलाओं से विशेषकर यह आग्रह भी किया गया कि अपने बच्चों को बाजार की चीजें मोमोज, बर्गर और कुरकुरे इत्यादि के स्थान पर सब्जियों और फलों से तैयार आहार दें व स्वयं भी खाएं।