न तो प्रार्थना सभा होगी और न ही खेल गतिविधियाँ ddnewsportal.com

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फाईल फोटो।

न तो प्रार्थना सभा होगी और न ही खेल गतिविधियाँ 

शिक्षा विभाग का माइक्रो प्लान, एसओपी के तहत लगेंगी कक्षाएं 

बीते कल ही हिमाचल कैबिनेट ने प्रदेश के पहली कक्षा से सभी स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। यह स्कूल 17 फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं। सभी कक्षाएं ऑफलाइन लगेगी। यानि कि अब छोटे बच्चे भी स्कूल जायेंगे। लेकिन शिक्षा विभाग ने कोविड एसओपी के तहत संचालन के लिए माईक्रो प्लान तैयार किया है ताकि बच्चे सुरक्षित रहें। 17 फरवरी से पहली से आठवीं कक्षा

के विद्यार्थियों के लिए रोजाना खुलने जा रहे स्कूलों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाई गई एसओपी के तहत कक्षाएं लगाई जाएंगी। प्रार्थना सभा, खेलकूद सहित एकत्र होने वाली अन्य गतिविधियों पर रोक रहेगी। लंच ब्रेक और आने-जाने का समय कक्षावार अलग-अलग होगा। कक्षाओं में एक बेंच में एक ही विद्यार्थी को बिठाया जाएगा।
स्कूल के कमरे की क्षमता अनुसार पचास फीसदी विद्यार्थियों को ही एक कक्षा में बिठाया जाएगा। शेष विद्यार्थियों की क्लास दूसरे कमरे में लगाई जाएगी। मंत्रिमंडल का फैसला होने के बाद शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को

विद्यार्थियों की संख्या अनुसार माइक्रो प्लान बनाने के निर्देश जारी किए हैं।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने सभी स्कूल प्रिंसिपलों को विद्यार्थियों की क्षमता और कमरों की संख्या के अनुसार माइक्रो प्लान बनाने को कहा है। शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही स्कूल परिसरों में प्रवेश दिया जाएगा। हैंड सेनेटाइजरों और साबुन की भी स्कूलों में पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। स्कूलों को हर प्रकार की सावधानी बरतने को कहा गया है।