सिरमौर-चंबा मे सबसे ज्यादा गरीबी ddnewsportal.com
सिरमौर-चंबा मे सबसे ज्यादा गरीबी
इस आयोग की रिपोर्ट मे हुआ खुलासा, रेड जोन मे शुमार दोनों जिलों मे नही उचित रहन-सहन की व्यवस्था, आजीविका के भी साधन सीमित।
हालांकि हिमाचल प्रदेश गरीबी के मामले में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है यानी यहां के लोगों का जीवन स्तर दूसरे राज्यों से बेहतर स्थिति में है। लेकिन यदि प्रदेश के जिलों की बात की जाएं तो सिरमौर और चंबा जिले मे सबसे ज्यादा गरीबी है। निती आयोग की तरफ से जारी रिपोर्ट मे यह बात सामने आई है। प्रदेश के इन दोनों जिलों मे न तो लोगों के उचित रहन-सहन की व्यवस्था है और यहां आजीविका के साधन भी सीमित हैं। ऐसे मे सरकार को इन जिलों की स्थिति सुधारने पर फोकस करना चाहिए।
वहीं यदि दूसरे राज्यों के मुकाबले प्रदेश की बात की जाएं तो अभी भी राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं बेहतर हैं। इस कारण गरीबी सूचकांक मेें हिमाचल देश के टॉप सिक्स की सूची में रखा गया है। इसका खुलासा नीति आयोग की तरफ से जारी रिपोर्ट में हुआ है, जिसमें हिमाचल का गरीबी सूचकांक 7.62 फीसदी आंका गया है। हिमाचल से और बेहतर स्थिति वाले राज्यों में केरल टॉप पर है। इसके अलावा गोवा दूसरे, सिक्किम तीसरे, तमिलनाडु चौथे और पंजाब 5वें स्थान पर है। रिपोर्ट के
अनुसार हिमाचल प्रदेश के 2 जिले रैड जोन में हैं। इसमें एक सिरमौर और दूसरा जिला चम्बा है। रिपोर्ट के अनुसार इन दोनों जिलों में क्रमश: 43 से 47 फीसदी लोग गरीब हैं।
वहीं, प्रदेश के 3 जिलों का गरीबी सूचकांक अन्य जिलों के मुकाबले बेहतर है। इसमें ऊना, हमीरपुर और किन्नौर जिला शामिल है। इन जिलों का गरीबी सूचकांक 17 से 20 फीसदी के बीच है। इसके अलावा कांगड़ा का सूचकांक 21 से 24 फीसदी के बीच है। लाहौल-स्पीति का सूचकांक 25 से 29 फीसदी के बीच तथा मंडी और शिमला का सूचकांक 30 से 33 फीसदी के बीच है। इसी तरह सोलन और कुल्लू जिले का गरीबी सूचकांक 34 से 37 फीसदी के बीच है।