Himachal News: सिरमौर के एक सरकारी स्कूल में दाखिलों की भरमार ddnewsportal.com
Himachal News: सिरमौर के एक सरकारी स्कूल में दाखिलों की भरमार
बच्चों की भीड़ बढ़ने से चरमराई व्यवस्था, वजह जानकर रह जायेंगे हैरान...
अक्सर देखा जाता है कि अभिभावकों का ज्यादातर रूझान अपने बच्चों को सरकारी स्कूल की बजाय प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने का होता है। हिमाचल प्रदेश में भी यह एक चलन होने लगा है, यही कारण है कि सरकार ने खत माह ही सैंकड़ों ऐसे सरकारी स्कूलों पर ताले लगवा दिये है जहां बच्चों की संख्या शून्य या नियम से
कम है। लेकिन यदि आपको सुनने को मिले कि सरकारी स्कूल में बच्चों के दाखिले इतने अधिक हो गये है कि अब बैठाने के लिए भी जगह नही है और संख्या बढ़ने से अव्यवस्था हो रही है तो आप हैरान हो जायेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है। लेकिन ऐसा हुआ है और वह भी सिरमौर के एक जमा दो सरकारी स्कूल में।
बात हो रही है जिला सिरमौर के पड़ोसी राज्य हरियाणा की सीमा से सटे औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब की। यहां के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में हरियाणा क्षेत्र के बच्चे बड़ी संख्या में दाखिला ले रहे हैं। इससे पाठशाला की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। इस पाठशाला कालाअंब में प्रदेश की सीमा से सटे हरियाणा राज्य के डेरा, हमीदपुर, कालाअंब (हरियाणा), लाहड़ पुर, असगरपुर, झंडा, सालेहपुर, गलोड़ी, रसूलपुर, झिड़ी वाला आदि गांवों से लगभग 200 विद्यार्थी छठी से दसवीं कक्षा तक में दाखिला ले चुके हैं।
इससे कालाअंब विद्यालय में अपेक्षाकृत अधिक विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। विद्यालय परिसर में इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं जुटाना विद्यालय प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। अभी तक विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या का आंकड़ा 600 से पार हो चुका है, जबकि अभी दाखिले चल रहे हैं। जबकि दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम नहीं आया है। बहरहाल, यह आंकड़ा और अधिक बढ़ने की संभावना है।
गौर करने वाली बात यह है कि इस पाठशाला के साथ लगते क्षेत्रों में तीन माध्यमिक पाठशालाएं हैं। इन पाठशालाओं के बच्चे भी इसी स्कूल में दाखिला लेते हैं। एसएमसी का कहना है कि हरियाणा से भारी संख्या में विद्यार्थी कालाअंब स्कूल में दाखिला ले रहे हैं। इसे देखते हुए राजकीय माध्यमिक विद्यालय जोहड़ों और खैरी विद्यालय को स्तरोन्नत करके उच्च विद्यालय बनाए जाने की आवश्यकता है।
ऐसा होने से हरियाणा राज्य के क्षेत्र के लोगों के लिए ये दोनों स्कूल नजदीक पड़ेंगे। इससे कालाअंब स्कूल पर विद्यार्थियों का बोझ कम होगा। ऐसे में इन दोनों विद्यालयों में से किसी एक विद्यालय को स्तरोन्नत किया जाए, जिससे शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सके।
उधर, विद्यालय के प्रधानाचार्य बलबीर शर्मा ने बताया कि हरियाणा के स्कूलों से प्रतिवर्ष काफी संख्या में विद्यार्थी आते हैं, लेकिन इस वर्ष उम्मीद से अधिक विद्यार्थी आ रहे हैं। अभी संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है।