शिलाई: उद्योग मंत्री के बयान पर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों का पलटवार ddnewsportal.com
शिलाई: उद्योग मंत्री के बयान पर भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों का पलटवार
राजेन्द्र नेगी और पूरण ठाकुर बोले; हर्षवर्धन चौहान को ओछी राजनीति छोड़ करने चाहिए बलदेव तोमर से चार गुणा अधिक विकास कार्य।
बीते कल शिलाई क्षेत्र के सतौन से लेकर मस्तभोज तक के दौरे पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के निशाने पर भाजपा रही। उन्होंने भाजपा पर खूब निशाना साधा और प्रदेश को दीवालिया होने का जिम्मेदार भी ठहराया। अब उनके बयान पर पलटवार करने को भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सामने आए है। जारी प्रेस बयान में भाजपा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य पूरण ठाकुर व राजेन्द्र नेगी ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि हर्षवर्धन चौहान मंत्री बनकर पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आए। उन्होंने कहा कि सतौन से लेकर शुरू करें कि विधायक न होते हुए भी बलदेव सिंह तोमर ने शिलाई क्षेत्र में कितने विकास के कार्य किए। अनेकों कार्यालय जैसे एसडीएम, बीडीओ, डीएसपी ऑफिस आदि नए कार्यालय सहित स्कूल, कॉलेज खोले हैं। जिस सड़क से वो आए वह भी बलदेव तोमर के प्रयासों से 1356 करोड़ के बजट से बन रही है।
गिरिपार के दशकों पुराने हाटी मुद्दे को हल करवाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बलदेव सिंह तोमर और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने निभाई है। इसको लेकर गिरिपार की भोली भाली जनता को भी गुमराह किया गया। उन्होंने कहा कि मंत्री बनकर, हारने वाले से चार गुना अधिक विकास के कार्य तो करने ही चाहिए। कहा कि शिलाई क्षेत्र में रोजगार के नाम पर केवल 2 लोगों को तत्काल नौकरी मिली। हर्षवर्धन चौहान विधायक से मंत्री बने और इनके बड़े भाई अतिरिक्त एडवोकेट जनरल हिमाचल बने। इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी या शिलाई क्षेत्र का कोई अन्य अधिवक्ता को भी नियुक्त किया जा सकता था। परंतु इस क्षेत्र में एक वंशवाद गुलामी की प्रथा है। महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा गायब है। एक ही मुद्दा रह गया है की हाटी समुदाय की लड़ाई लड़ने वाले तमाम समिति के पदाधिकारियों को मंत्री द्वारा दलाल कहा जा रहा है। जो की बहुत ही निंदनीय है। क्योंकि हाटी समिति के तमाम कार्यकर्ताओं ने बेहद मेहनत और संजीदगी के साथ इस क्षेत्र की भलाई के लिए बीजेपी सरकार के तत्वाधान में गिरीपार क्षेत्र को यह हक दिलाया है।
साथ ही पूरण ठाकुर ने कहा कि मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा था कि गिरीपार क्षेत्र के हाटी जनजाति क्षेत्र घोषित कराने के लिए पद ही नहीं अपितु जान देने की नौबत आई तो वह भी दे दूंगा। परंतु समय आते ही उन्होंने गिरगिट की तरह रंग बदला। क्षेत्र में जातिवाद का विष घोला। कई बार इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह करते रहे कि कुछ नहीं हुआ और कई बार बधाइयां देते रहे। मंत्रिमंडल के निर्णय को लोगों में जाकर झूठ बोलते रहे। जिसमें उन्होंने जिक्र यह भी किया कि मेरा गांव कांडो चयोग जनजाति क्षेत्र में नहीं आता। कई समर्थकों को यह लगता है कि यह केवल राजनीतिक तौर पर मुद्दा उछाला जा रहा है। हाटी समुदाय पर भारतीय जनता पार्टी का दृष्टिकोण स्पष्ट और नेक नियत के साथ वास्तविक अमलीजामा पहनाने का साबित हुआ। कांग्रेस द्वारा बिना मंत्रिमंडल बनाएं ही इस क्षेत्र से कार्यालयों को गायब करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस दल के तमाम लोगों को उन्हें भ्रमित किया जा रहा है की बजट की व्यवस्था नहीं है। इसका ताजा नमूना मंत्री के वक्तव्य से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के अंदर राजकोष खाली है। कर्मचारियों को देने के लिए पैसा नहीं है। तो किस बात की और किस बजट के तहत पुरानी पेंशन देने के लिए खोखला नोटिफिकेशन निकाला गया। महंगाई के नाम पर सत्ता में आसीन होते ही गरीबों को दिया जाने वाला सरसों का तेल 9 रूपये प्रति लीटर तथा व्यवसायिक कार्यों के लिए डीजल के दामों में 3 रूपये से अधिक की बढ़ोतरी की गई है। एक मुख्यमंत्री तथा एक उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। देश की वित्तीय हालत यदि खराब है तो उसकी जिम्मेदारी कांग्रेस की है क्योंकि आजादी के 75 वर्षों में से 55 वर्षों तक कांग्रेस ने ही शासन किया है। तुलनात्मक विकास की दृष्टि से देखा जाए तो भूतपूर्व विधायक बलदेव तोमर ने मस्त भोज क्षेत्र में एक मुद्रिका बस की सुविधा दी। जबकि वह विधायक भी नहीं थे परंतु यदि हम 80 के दशक में देखें तो मंत्री के पिताजी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर होते हुए भी इस क्षेत्र में सरकारी बस चलाने में विफल रहे। आलम यह है कि इस मुद्रिका बस को भी कांग्रेस अपने ट्रांसपोर्टरों को फायदा पहुंचाने की दृष्टि से शीघ्र बंद करने वाली है। आप यदि उत्तराखंड क्षेत्र से हिमाचल में जौंग पुल से प्रवेश करते हैं तो यह सड़क जब से बनी है 1 वर्ष के अलावा कभी ठीक अवस्था में नहीं रही। आपको अंदाजा लग जाएगा कि आप किस विकास की बात कर रहे हैं। भाजपा का कहना है कि उद्योग मंत्री से यह अपेक्षाएं है कि गिरीपार में विभिन्न क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना करें। क्योंकि यह क्षेत्र अब जनजाति घोषित हो चुका है, इस बात कि मंत्री जी को हम गारंटी देते हैं। यहां पर उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन और विशेष दर्जा भी मिलता है। जो काम बीजेपी ने क्षेत्र के लिए किया है उसे आगे बढ़ाएं उस पर अपनी अनुचित टिप्पणी ना कर सहर्ष स्वीकार करें।