Himachal News: कबूतरबाज के चक्कर में फंस मुंबई से ठोकरे खाकर लौटा युवक ddnewsportal.com
Himachal News: कबूतरबाज के चक्कर में फंस मुंबई से ठोकरे खाकर लौटा युवक
विदेश भेजने के नाम पर हुई पौने दो लाख रुपए की ठगी, एजेंट ने अब दिये चैक...
हिमाचल प्रदेश में फिर से एक युवक कबूतरबाज के चक्कर में फंस कर लाखों रुपए लुटा गया। युवक मुंबई से ठोकरें खाकर वापिस घर लौट आया है।
जानकारी के मुताबिक विधानसभा क्षेत्र हरोली के गांव भदौड़ी का युवक विदेश जाने की इच्छा रखते हुए पंजाब के कबूतरबाज के चंगुल में फंस गया है। विदेश जाने के लिए घर से निकला युवक मुंबई से खाली हाथ लौट आया, जबकि उसका पासपोर्ट भी एजैंट ने अपने पास रख लिया है। पीड़ित युवक मंजीत सिंह (22) पुत्र सीता राम निवासी गांव भदौड़ी ने बताया कि उसने विदेश जाने हेतु पंजाब के नंगल स्थित ट्रैवल एजैंट को पिछले वर्ष अगस्त माह में 170000 रुपए दिए थे। वह लगातार उसे विदेश भेजने का झांसा देता रहा। इस वर्ष 16 फरवरी को एजैंट ने उसे वीजा व 30 मार्च को टिकट उसके मोबाइल पर भेजी, जिस पर उसने 5 अप्रैल को विदेश जाना था। मंजीत ने बताया कि वह 4 अप्रैल को मुंबई स्थित एजैंट द्वारा बताए गए पते पर पहुंचा और वहां पर उसे आनाकानी करते हुए विदेश न भेजने बारे कह दिया। इस कारण वह मुंबई से वापस अपने घर लौट आया।
गांव आकर उसने पंचायत समिति सदस्य प्रेम सिंह ओजला से संपर्क किया। मंजीत ने बताया कि उसे एजैंट ने उसके मोबाइल पर जो टिकट व वीजा की पीडीएफ फाइल भेजी थी, उसमें उसका नाम अंकित था, जबकि जब उसने ऑनलाइन उसे चैक किया तो उस दिन की ट्रैवल टिकट में उसका कहीं नाम तक नहीं था। एजैंट ने उसका पासपोर्ट भी अपने पास रख लिया था और कहा था कि वह उसे मुंबई स्थित दफ्तर से वीजा व टिकट के साथ मिल जाएगा, लेकिन मुंबई दफ्तर वालों ने न तो उसका पासपोर्ट दिया और न ही उसे कोई टिकट दिया।
बीते दिन वह प्रेम सिंह व अन्य अपने सगे-संबंधियों को लेकर एजैंट के पास पहुंचा। जहां पर उन्होंने एजैंट से बातचीत की और एजैंट ने उन्हें उनकी दी हुई राशि के 2 चैक अगले महीने की तारीख डालकर दे दिए, जबकि उसका पासपोर्ट अभी भी उसी के
पास है। उसने बताया कि उसने विदेश जाने के लिए अपने सगे-संबंधियों व अन्य से रुपए उधार लिए थे। इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य प्रेम सिंह ओजला, उपप्रधान यशपाल, गणेश कुमार, बेअंत सिंह, मुनीश राणा, शशिपाल, सतनाम सिंह व रोहित ठाकुर सहित स्थानीय लोग मौजूद थे।