बस कुछ दिन और....... 05 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

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बस कुछ दिन और.......

05 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा 

14 तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, +2 भी प्रमोट, अभी नही चलेगी बसें, दूसरी लहर बड़ी घातक, मिठास होगी महंगी, जीवन रक्षक बनी जीवनधारा, नरेन्द्र बरागटा नही रहे, सेना मे युवतियों को मौका, पर्यावरण संरक्षण और....... कोविड बुलेटिन।


(हिमाचल)

1- कोरोना कर्फ्यू अब 14 तक, पढें मंत्रिमंडल के निर्णय।

हिमाचल प्रदेश में लागू कोरोना कर्फ्यू की बंदिशों को 14 जून तक बढ़ा दिया गया है। यह फैसला सरकार ने शनिवार शाम को हुई प्रदेश कैबिनेट की बैठक मे लिया है। वहीं प्रदेश में अभी बस सेवाएं शुरू करने को लेकर फैसला नहीं लिया गया है। इसलिए फिलहाल अभी बसें नहीं चलेंगी। निर्णय हुआ कि सप्ताह में पांच दिन दो बजे तक सभी दुकानें पहले की ही तरह खुलेंगी। कैबिनेट ने स्वास्थ्य विभाग की प्रस्तुति ली जिसमे कहा गया कि बंदिशों का

अच्छा असर देखने को मिला है और मामलों मे तेजी से गिरावट आई है। लेकिन अभी छूट देना सही नही रहेगा वरना फिर मामले बढ़ सकते हैं। इसलिए कैबिनेट ने बंदिशें एक सप्ताह और बढ़ा दी है। गोर हो कि पहले कैबिनेट की बैठक शनिवार सुबह होनी थी, लेकिन मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा के निधन के चलते बैठक टाली गई। मंत्रिमंडल ने यह भी निर्णय लिया कि अस्पतालों से घर लौटे कोविड-19 रोगियों के लिए टेलीफोन पर परामर्श सुनिश्चित किया जाए। यह भी निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य विभाग सीधे वैक्सीन उत्पादकों से अधिक टीकों की खरीद के लिए और विकल्प तलाशेगा।

2- HP Board भी जमा दो के विद्यार्थियों को करेगा प्रमोट।

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड भी सीबीएसई की तर्ज पर प्रदेश के 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करेगा। शनिवार शाम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की

12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया। इस फैसले के अनुसार 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के अंक निर्धारण के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड सीबीएसई के फार्मूले को हिमाचल में लागू करेगा। इस फार्मूले से अंक मिलने के बाद संतुष्ट नहीं होने वाले विद्यार्थियों को हालात ठीक होने के बाद परीक्षा देने का मौका भी प्रदेश सरकार देगी। गोर हो कि प्रदेश में 12वीं कक्षा का एक ही पेपर हुआ था, लेकिन बढ़ते कोरोना मामलों के लिए बाकी विषयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थीं। प्रदेश में इस बार 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए  2,46,811 से अधिक परीक्षार्थियों का पंजीकरण हुआ था। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने परीक्षाओं में सामाजिक दूरी कायम रखने के लिए 2137 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड ने 12वीं कक्षा की अंग्रेजी विषय की परीक्षा  13 अप्रैल को को ली थी लेकिन इसके बाद कोरोना के चलते परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं।

3- प्रदेश के डिपुओं मे बढ़ सकते हैं चीनी के दाम।

हिमाचल प्रदेश के डिपुओं में चीनी के दाम बढ़ सकते हैं। जानकारी मिली है कि सरकार दाम बढ़ाने की तैयारी मे है। बताया जा रहा है कि उपभोक्ताओं को बंद पैकेट में चीनी दी जानी है। ऐसे में चीनी के दाम 3 से 4 रुपये तक बढ़ाए जा सकते है। अब या तो यह बढौतरी या तो सरकार वहन करेगी या फिर उपभोक्ताओं से ज्यादा कीमत वसूली जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। कयास लगाये जा रहे है कि 5 जून के बाद होने वाली कैबिनेट की अगली बैठक में इसे लाया जाएगा। हिमाचल में 18.50 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। सरकार की ओर से उपभोक्ताओं को डिपुओं में 3 दालें, 2 लीटर तेल, 600 ग्राम प्रति उपभोक्ता चीनी और एक किलो नमक दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध करा रही है। गरीब परिवारों को 19 रुपये और एपीएल उपभोक्ताओं को 30 रुपये के हिसाब से चीनी दी जा रही है। खाद्य आपूर्ति निगम के एमडी मानसी सहाय ने बताया कि डिपुओं में आधा और एक किलो की पैकिंग में चीनी उपलब्ध कराई जानी है। रेट में बढ़ोतरी हो सकती है। बढ़े दाम या सरकार देगी या फिर उपभोक्ताओं से वसूले जाएंगे। उपभोक्ताओं की अक्सर शिकायत रहती है कि उन्हें गीली चीनी मिल रही है। ऐसे में पैकेट बंद लिफाफे में चीनी दी जाने की तैयारी की जा रही है।

4- परीक्षा रद्द करना बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना वाला फैसला- शिक्षक महासंघ।

हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने हिमाचल सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित 10वीं और 12 वीं कक्षाओं की बोर्ड की परीक्षाओं को निरस्त करने के फैसले का स्वागत किया है। हिमाचल प्रदेश

शिक्षक महासंघ के प्रान्त संगठन मंत्री पवन मिश्रा, प्रान्त अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर, प्रान्त महामंत्री विनोद सूद, प्रान्त मीडिया प्रभारी, दर्शन लाल, प्रांत उपाध्यक्ष विजय कंवर, जय शंकर, भीष्म सहित शिमला जिला प्रधान जितेंद्र थापा और प्रदेश कार्यकारिणी के सभी सदस्यों, सभी जिला प्रधानो ने सरकार के फैसले को बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने वाला बताया है। प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ पहले ही सरकार को सुझाव दे चुका था और बच्चों के स्वास्थ्य को बनाये रखने के फैसले का साथ देंगे।

5- प्रदेश में कोविड की दूसरी लहर अधिक घातक

हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि हाल ही में प्रदेश में कोविड-19 की पहली तथा दूसरी लहर के किए गए विश्लेषण के अनुसार दूसरी लहर पहली से अधिक घातक साबित हुई है। उन्होंने कहा कि पहली लहर के दौरान प्रदेश में मार्च, 2020 में कोविड का पहला मामला दर्ज होने के बाद से 23 फरवरी, 2021 तक 58403 मामलों के मुकाबले दूसरी लहर में चार मई, 2021 तक 1,35,521 मामले दर्ज किए गए। पहली लहर में औसतन 171 मामले प्रतिदिन दर्ज किए गए जबकि दूसरी लहर में लगभग 8 गुना अधिक औसतन 1342 मामले प्रतिदिन दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में मामलों में पाॅजिटिविटी दर बढ़ कर दोगुनी से भी अधिक हो गई है। दूसरी लहर में कोविड-19 के कारण 2262 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई जबकि पहली लहर के दौरान 982 लोगों की मृत्यु हुई थी। प्रदेश में कोविड-19 से हुई कुल मृत्यु में से 69.7 प्रतिशत मृत्यु दूसरी लहर के दौरान हुई है। मरने वालों की औसतन आयु पहली लहर में 64.2 वर्ष थी, जबकि दूसरी लहर में यह औसतन आयु घट कर 61 वर्ष दर्ज की गई है। पहली लहर के दौरान 1.68 प्रतिशत मृत्यु दर दर्ज की गई, जबकि दूसरी लहर में यह दर 1.67 प्रतिशत रही। पहली लहर में मरने वालों में से लगभग 70 प्रतिशत लोग को-माॅर्बिडिटीज़ से पीड़ित थे, जबकि दूसरी लहर में मरने वालों में केवल 41.6 प्रतिशत लोग ही को-माॅर्बिडिटीज़ से पीड़ित थे। प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर में 8.95 प्रतिशत मरीजों की मृत्यु घर पर हुई, जबकि पहली लहर में 5.09 प्रतिशत मरीजों का निधन घर पर हुआ। प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड-19 की पहली तथा दूसरी लहर में हुई मृत्यु दर में कोई विशेष अंतर नहीं है, जिससे यह प्रदर्शित होता है कि प्रदेश सरकार ने समय पर सभी आवश्यक कदम उठाते हुए आॅक्सीजन, रेमडेसिविर, स्टेराॅयड तथा अन्य दवाइयां उपलब्ध करवाकर और बिस्तर क्षमता में बढ़ोतरी कर तैयारी कर ली थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड के मामलों तथा पाॅजिटिविटी दर में गिरावट आई है। गत पांच दिनों में प्रदेश में पाॅजिटिविटी दर लगभग 6 प्रतिशत दर्ज की गई है। लेकिन टीकाकरण के साथ-साथ कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाते हुए सही ढंग से मास्क पहनना, हाथ धोना तथा परस्पर दूरी बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।

6- प्रदेश में जीवनरक्षक बनी जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट- जिंदल

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डाॅ. निपुण जिंदल ने कहा कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों को उनके घर-द्वार पर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से जीवनधारा योजना चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जीवनधारा मोबाइल हेल्थ तथा वैलनेस सेंटर के तहत 10 मेडिकल

मोबाइल यूनिट ऐसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं, जिनमें बी.पी., मधुमेह, विभिन्न कैंसर सहित अन्य बीमारियों से संबंधित विभिन्न जांच की जा रही है। मेडिकल मोबाइल यूनिट में सभी आवश्यक दवाइयां तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। मिशन निदेशक ने कहा कि जीवनधारा के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच सहित ओ.पी.डी. सुविधा भी प्रदान की जा रही है। जीवनधारा के तहत 21 मार्च, 2021 तक कुल 18064 मरीजों की जांच की गई तथा 9833 टेस्ट किए गए। उन्होंने कहा कि जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान प्रदेश में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। जीवनधारा के तहत प्रदेश में मई, 2021 के दूसरे सप्ताह से इन मोबाइल वैन को कोविड-19 के रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए तैनात किया गया है और 30 मई, 2021 तक 7 जिलों में कोविड की जांच के लिए 5267 रेपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रही है।

7- मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र बरागटा के निधन पर किया शोक व्यक्त।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मुख्य सचेतक, जुब्बल-कोटखाई के विधायक तथा पूर्व मंत्री नरेन्द्र बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। नरेन्द्र बरागटा का निधन आज प्रातः पीजीआई चण्डीगढ़ में हुआ। वह 69 वर्ष के थे। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लोग विशेषकर जिला शिमला के लोग नरेन्द्र बरागटा द्वारा बागवानी, तकनीकी शिक्षा इत्यादि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किए गए योगदान को सदैव याद रखेंगे। नरेन्द्र बरागटा ने सदैव जुब्बल-कोटखाई के

लोगों तथा बागवानों के हितों का ध्यान रखा तथा क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र बरागटा के रूप में उन्होंने अपने परम मित्र को खोया है जिन्होंने अपने अनुभव से पार्टी को मजबूत किया। नरेन्द्र बरागटा ने सदैव लोगों की मांगों तथा उनके कल्याण के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र बरागटा का निधन अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोकसंतप्त परिवार के सदस्यों को इस असहनीय दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। जय राम ठाकुर ने चण्डीगढ़ में नरेन्द्र बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया तथा प्रदेश और भारतीय जनता पार्टी के विकास के लिए उनके योगदान को स्मरण किया।हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल के सभी सदस्यों ने भी नरेन्द्र बरागटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। इस अवसर पर चण्डीगढ़ में भाजपा के राज्य अध्यक्ष सुरेश कश्यप, भाजपा के हिमाचल प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह-प्रभारी संजय टण्डन, भाजपा के संगठन सचिव पवन राणा, विधायक डाॅ. राजीव बिन्दल और परमजीत सिंह पम्मी, जल प्रबन्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैणी, पूर्व सांसद कृपाल परमार तथा अन्य भाजपा नेताओं ने भी नरेन्द्र बरागटा की पार्थिव देह पर माल्यार्पण किया। नरेन्द्र बरागटा वर्ष 1998 में शिमला विधानसभा क्षेत्र से हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और प्रदेश में भाजपा नेतृत्व की सरकार में बागवानी राज्य मंत्री बने। वर्ष 2007 में वह पुनः जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए और भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। नरेन्द्र बरागटा वर्ष 2017 में फिर  विधानसभा के लिए चुने गए और मुख्य सचेतक बनाए गए। 
वहीं भाजपा मुख्यालय शिमला मे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा एक लोकप्रिय नेता थे जिनका प्रदेश के विकास, विशेषकर बागवानी क्षेत्र, में बहुत योगदान रहा और उनका निधन अपूर्णीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र बरागटा का दुःखद निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है क्योंकि वह एक समर्पित भाजपा नेता थे और विधानसभा क्षेत्र जुब्बल-कोटखाई के विकास के लिए प्रयासरत थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद सुरेश कश्यप, मंत्रिमण्डल के सभी सदस्यों, विधायकों, विभिन्न बोर्ड व निगमों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों और अन्य नेताओं ने भी नरेन्द्र बरागटा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।  

8- विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम शिमला में आयोजित।

विश्व पर्यावरण दिवस, 2021 के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम आज हिमाचल प्रदेश सचिवालय शिमला में वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान सचिव पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के.के. पन्त ने की। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए के.के. पन्त ने कहा कि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित किया जाना निर्धारित था, परन्तु अपरिहार्य कारणों से वह इस समारोह में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण एवं जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत प्रदेश, देश का अग्रणी राज्य है। राज्य में वर्ष 2011 से प्लास्टिक के कप, प्लेट, गिलास इत्यादि पर प्रतिबन्ध लगाया गया तथा वर्ष 2018 में थर्मोकोल से बनी वस्तुएं जैसे थाली, कप, प्लेट, चम्मच इत्यादि पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया गया। के.के. पन्त ने कहा कि पाॅलीथीन हटाओ पर्यावरण बचाओ अभियान के माध्यम से प्रत्येक वर्ष लगभग 60 टन प्लास्टिक कचरा एकत्रित कर उसका उपयोग सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में ईंधन के रूप में किया गया। इसके माध्यम से 190 किलोमीटर प्लास्टिक की सड़कें बनाई गई। प्रदेश में प्लास्टिक पैकेजिंग अपशिष्ट से उत्पन्न समस्या से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नाॅन-साइकलेबल प्लास्टिक अपशिष्ट 75 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदने के लिए बाय-बैक पाॅलिसी शुरू की गई है। इसके अन्तर्गत अब तक 1,35,600 किलो प्लास्टिक खरीदा गया, जिसके लिए 87 लाख रुपये का भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यावरण प्रबन्धन को सुदृढ़ करने के लिए कई शोध परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। आई.आई.टी मण्डी के विशेषज्ञों के सहयोग से लैंड स्लाइड अर्ली वार्निंग सिस्टम विकसित किया गया है। पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली भी विकसित की गई है। इस अवसर पर प्रधान सचिव ने पर्यावरण विभाग द्वारा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से तैयार की गई कुल्लू जिला की जलवायु परिवर्तन मूल्यांकन रिर्पोट भी जारी की। कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में कार्यरत आरूषी ठाकुर द्वारा निर्मित तथा राजेश द्वारा निर्देशित लघु वृतचित्र भी प्रदर्शित किया गया। निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं

प्रौद्योगिकी सुदेश कुमार मोक्टा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और कहा कि जलवायु परिवर्तन की गम्भीर चुनौतियों के दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा कारगर कदम उठाए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए विभाग द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान प्रदान किए गए हैं। अतिरिक्त निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रवीण कुमार गुप्ता ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस का थीम पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली है। उन्होंने विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर अतिरिक्त सचिव पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार रिचा शर्मा, जर्मनी सरकार के प्रतिनिधि मोहम्मद अल खवाद, जी.आई.जैड. जर्मनी के निदेशक आशीष चतुर्वेदी, वरिष्ठ नीति सलाहकार कीर्तिमान अवस्थी, विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया। सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड डाॅ. निपुण जिन्दल, संयुक्त सचिव वन सतपाल धीमान और प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी सुरेश अत्री शिमला सेे कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

9- सेना मे युवतियों के लिए खुली भर्ती 

भारतीय सेना में जनरल ड्यूटी (महिला सैन्य पुलिस) के लिए एक बार फिर खुली भर्ती का आयोजन किया जा रहा है। भारतीय थल सेना ने 100 पदों के लिए भर्ती की अधिसूचना जारी की है। अभ्यर्थी आर्मी की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 6 जून से 20 जुलाई तक कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद वेबसाइट में प्रोफाइल पेज के डैशबोर्ड पर जाकर हिस्ट्री ऑफ एप्लीकेशन में एप्लीकेशन सबमिट हुई है या नहीं यह अवश्य जांच लें। इसका एक प्रिंट निकालकर अपने पास भी रख लें। भर्ती की तिथि एवं स्थान के बारे में एडमिट कार्ड के माध्यम से सूचित किया जाएगा। सेना भर्ती कार्यालय निदेशक मंडी कर्नल एम. राजराजन ने बताया कि थल सेना में जनरल ड्यूटी (महिला सैन्य पुलिस) पद पर भर्ती होने के लिए हिमाचल प्रदेश की युवतियों के 100 पद भरे जाएंगे। भारतीय थल सेना ने आधिकारिक अधिसूचना देकर प्रदेश की युवतियों को सेना में भर्ती होने का मौका दिया है। भर्ती में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी को 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के साथ हर विषय में 33 प्रतिशत अंक और सभी विषयों को मिलाकर 45 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है। 


स्थानीय (सिरमौर)

1- आईआईएम सिरमौर में स्वास्थ्य और खुशी पर ऑनलाइन सत्र।

भारतीय प्रबंध संस्थान सिरमौर ने "स्वास्थ्य और खुशी" विषय पर आर्ट ऑफ लिविंग सत्र का आयोजन किया। आर्ट ऑफ लिविंग की निदेशक (पंजाब) सुश्री पॉलोमी मुखर्जी अतिथि वक्ता थीं। यह सत्र पांच दिवसीय ऑनलाइन एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग (एटीएएल) अकादमी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का हिस्सा था, जिसका विषय "शीर्ष स्तरीय पत्रिकाओं

और डॉक्टरेट निबंधों में प्रकाशन के लिए" विपणन प्रबंधन में अकादमिक अनुसंधान करना था। प्रोफेसर (डॉ.) नीलू रोहमेत्रा, निदेशक, आईआईएम सिरमौर ने भी अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। प्रो. रोहमेत्रा ने अपने संबोधन में पूरे एआईसीटीई टीम को सफल एफडीपी और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए बधाई दी जो वे वर्षों से आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने युवा विद्वानों को नए शैक्षिक क्षेत्रों के साथ निडर होकर प्रयोग करके अपने पेशेवर व्यक्तित्व का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने समुदायों तक पहुंचने, सामुदायिक जुड़ाव में सुधार लाने के महत्व पर जोर देकर श्रोताओं को प्रोत्साहित किया, जिसकी आज भारत को जरूरत है। उन्होंने इस विशेष सत्र पर अपने विचार भी साझा किए। अपनी समापन टिप्पणी में, उन्होंने युवा संकाय सदस्यों और शोधार्थियों को ऐसे कार्यक्रमों और कार्यशालाओं में भाग लेने की सलाह दी जो उन्हें बड़ा सोचने और अच्छे शोध कार्य करने और लिखने की दिशा में उन्मुख करने में मदद कर सकें। उन्होंने डॉ. देविका वशिष्ठ, डॉ. विकास कुमार चेयर (एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम, आईआईएम सिरमौर), एआईसीटीई टीम और आईआईएम सिरमौर टीम की आईटी टीम द्वारा इस तरह के सुचारू ऑनलाइन आयोजन के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। इससे पहले, सुश्री पॉलोमी मुखर्जी ने "स्वास्थ्य और खुशी" विषय पर अपने भाषण की शुरुआत पूरे जोश और ऊर्जा के साथ की। उन्होंने अस्तित्व के विभिन्न स्तरों, यानी मानव शरीर, सांस, मन, भावना, बुद्धि, अहंकार और जीवन के स्रोत (ध्यान) पर चर्चा की। उन्होंने स्वस्थ और संतुलित आहार का पालन करने के महत्व के बारे में भी बात की। इसके अलावा, उन्होंने चर्चा की कि ध्यान के साथ, हमारे शरीर विज्ञान में परिवर्तन होता है, और शरीर की प्रत्येक कोशिका "प्राण" से भर जाती है। उनके व्यावहारिक भाषण और व्यायाम से कुछ प्रमुख निष्कर्ष यह थे कि हम सभी को अच्छी नींद लेनी चाहिए, अच्छी साँस लेने के व्यायाम करना चाहिए, अच्छा खाना खाना चाहिए और खुश, तनावमुक्त और शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए। हमारा दिमाग शांत और तनाव मुक्त होना चाहिए। उसने कुछ स्ट्रेचिंग व्यायाम भी प्रदर्शित किए जो शरीर को सक्रिय करने में मदद करेंगे, विशेष रूप से उसने आंखों, कानों, भौंहों, गालों, कंधों और हाथों को आराम देने के लिए कुछ आसान लेकिन शक्तिशाली व्यायामों का प्रदर्शन किया। इस उपयोगी सत्र के साथ संपन्न हुई एफडीपी का संचालन डॉ. देविका वशिष्ठ, सहायक प्रोफेसर, आईआईएम सिरमौर द्वारा किया गया। अंत में कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की। कार्यक्रम का समापन डॉ. देविका वशिष्ठ के औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

2- विश्व हिन्दू परिषद् ने चलाया राष्ट्रहित सर्वोपरि नर सेवा नारायण सेवा अभियान।

विश्व हिन्दू परिषद् जिला सिरमौर की विशेष वर्चुअल समीक्षा बैठक जिला संरक्षक सुनील चौधरी जी की अध्यक्षता में हुई। बैठक का संचालन जिला सह मंत्री विभोर कुमार द्वारा एवं आचार पद्धति जिला सत्संग प्रमुख किरण शर्मा द्वारा किया गया बैठक में मुख्यता जिला सिरमौर के प्रखण्डो में चल रहे कोविड-19 कोरोना महामारी में विश्व हिन्दू परिषद् एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा मई माह में किए गए संगठनात्मक निशुल्क सेवार्थ कार्यों की जानकारीया सार्वजनिक की गई। जिसमें सर्वप्रथम नाहन प्रखण्ड के विहिप अध्यक्ष सतीश कुमार एवं अधिवक्ता अमन पुंडीर ने बताया कि नाहन क्षेत्र के अस्पताल में कोरोना ग्रसितो एवं उनके परिवारों को 14 मई से लगातार दलिया खिचड़ी भोजन की व्यवस्था की जा रही है एवं नाहन नगर स्थित कोरोना फ्रंटलाइन वरियर्स को सैनिटाइजर फेस मास्क भी निशुल्क वितरित किए गए। प्रखण्ड पांवटा साहिब का वृत्त जिला सत्संग प्रमुख किरण शर्मा, जिला संयोजक बजरंग दल चौधरी किशोरी लाल एवं विहिप जिला संरक्षक सुनील चौधरी ने बताया कि पांवटा साहिब क्षेत्र के 72 कोरोना ग्रसितों को उनके परिवारों में जाकर विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा तैयार की गई किट जिसमें मुख्य रुप से आयुष क्वाथ, आयुर्वेदिक वटी, तुलसी की गोलियां, आंवला कैंडी, दिव्यपय, आदि सामग्री दी जा चुकी है। और निरंतर उन परिवारों से विहिप एवं बजरंग दल कार्यकर्ताओं द्वारा संपर्क भी रखा हुआ है।

बैठक में मुख्य रूप से विभाग संगठन मंत्री विभाग सोलन दीपक भण्डारी ने वर्चुअल बैठक में जुड़े जिला सिरमौर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस कोविड-19 कोरोना महामारी के समय जब अधिकांश लोग अपने रिश्तेदारों से भी संपर्क नहीं कर रहे हैं ऐसे में विश्व हिन्दू परिषद् एवं बजरंग दल के कार्यकर्ता राष्ट्रहित सर्वोपरि नर सेवा नारायण सेवा अभियान के तहत पूर्ण निष्ठा समर्पण के साथ कोरोना से संक्रमितो परिवारों सहित जरूरतमंद लोगों की सहायता हेतु लगे हुए हैं। इसके लिए विहिप के सभी आयामों के कार्यकर्ताओं को कोटि कोटि साधुवाद। इस वर्चुअल बैठक में जिला सह मंत्री विभोर कुमार द्वारा कुछ नवीन दायित्वों की भी घोषणा की गई जिसमें नाहन प्रखण्ड उपाध्यक्ष अधिवक्ता अमन पुंडीर, प्रखण्ड सह मंत्री राहुल अरोड़ा, नाहन नगर संयोजक बजरंग दल अधिवक्ता कमलजीत सिंह, विहिप पांवटा साहिब प्रखण्ड उपाध्यक्ष लखबीर सिंह, प्रखण्ड सह गौरक्षा प्रमुख सुरेंद्र पाल, प्रखण्ड सह संयोजक बजरंग दल अनिल कुमार, प्रखण्ड सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल धर्मपाल, प्रखण्ड सह सुरक्षा प्रमुख दाताराम को संगठनात्मक दायित्व सोपे गए। जिला सिरमौर की वर्चुअल बैठक में मुख्य रूप से विभाग मंत्री सोलन दीपक भण्डारी, जिला सहमंत्री विभोर कुमार, जिला संरक्षक सुनील चौधरी, जिला सत्संग प्रमुख किरण शर्मा, दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका बहन सीमा देवी, जिला कार्यालय प्रमुख अभिजीत सिंह बाम, सह कार्यालय प्रमुख प्रदीक गुप्ता, जिला संयोजक बजरंग दल चौधरी किशोरी लाल, विहिप प्रखण्ड अध्यक्ष नाहन सतीश कुमार, बजरंग दल प्रखण्ड संयोजक नाहन अधिवक्ता शुभम सैनी, पांवटा साहिब प्रखण्ड संयोजक रिंकू चौधरी सहित प्रमुख दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

3- महामारी कोरोना ने ऐसे लूटा, पझौता क्षेत्र भी नहीं रहा अछूता।

सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा कोरोना वायरस से बचाव व जानकारी हेतू लोगों को जागरूक करने के लिए चलाए जा रहे फोक मीडिया अभियान के अन्तर्गत जिला सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल के ग्रामीण क्षेत्र,  ग्राम पंचायत नेहरटी भगोट में नैमित्तिक कलाकारों ने लोक नाट्य शैली में संतवाणी नाट्क के माध्यम से लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया। कलाकारों ने संत बाबा और लंबरदार का किरदार अदा करते हुए लोगों को

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आसान एवं सुरक्षित उपायों जिसमें मास्क पहनना, हाथों को बार-बार पानी व साबुन से अच्छी तरह से धोना या सैनिटाइजर का प्रयोग करने तथा दो गज की दूरी है बहुत जरूरी के बारे में जानकारी दी। कलाकारों ने लोगों से आग्रह किया कि बिना काम के बाहर न घूमें और खांसते व छींकते समय अपने मुंह व नाम को रुमाल से ढकें तथा बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर कोरोना की जांच करवाएं। टेस्ट की रिपोर्ट आने तक अलग कमरे में स्वयं को आइसोलेट करें तथा किसी व्यक्ति के संपर्क में भी न आएं। कलाकारों ने बताया कि सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बाजार से सामान लेते समय नो मास्क नो सर्विस नियम का पालन करें तथा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे और नाक, मुंह व आखों को अनावश्यक न छुएं और साफ-सफाई पर विेशेष धान देने बारे संदेश लोगों को दिया गया। कोविड संबंधी जानकारी तथा होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सहायता व जानकारी लेने के लिए जिला प्रशासन सिरमौर द्वारा जारी कोविड हेल्प लाईन नंबर 1077 पर फोन कर सकते हैं।

4- पांवटा काॅलेज मे "पर्यावरण की सुरक्षा जीवन की रक्षा"।

विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय पावटा साहिब की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा "पर्यावरण की सुरक्षा जीवन की रक्षा" विषय पर स्वंयसेवियों ने पोस्टर्स बनाकर व्हाट्स एप्प ग्रुप पर सांझा किये तथा एक ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषण प्रतियोगिता में कुल 14 स्वंयसेवियों ने भाग लेकर  पर्यावरण पर अपने अपने विचार सांझा किये। प्रो0 दीपाली, प्रो0 उषा जोशी तथा प्रो0 भर्ती ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। कार्यक्रम के आरंभ में प्रो0 अरुण ने मुख्य अतिथि डॉ वीना राठौर व सभी का स्वागत किया। प्रो0 विम्मी रानी, प्रवक्ता भूगोल ने पर्यावरण संरक्षण के लिए मनुष्य को अपनी जीवन शैली को बदलने पर ज़ोर दिया। तत्पश्चात प्रो0 रीना चौहान ने कोरोना महामारी के दौरान महाविद्यालय की एन0 एस0 एस0 यूनिट द्वारा किये जा रहे विभिन्न ऑनलाइन गतिविधियों पर प्रकाश डाला। मंच संचालन कर रहे भार्गव व अंशुल ने भाषण प्रतियोगिता के लिए सपना, कविता, मोनिका, काजल, वंशिका, शीतल राणा, पूजा, अमित तिवारी, रंजन, तनु, हरमीत, नितिका, वंदना राठौर को बारी बारी से बुलाया। प्राचार्या  डॉ वीना राठौर ने पर्यावरण दिवस पर सबको परंपरागत एवम गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के बारे में बताया । उन्होंने स्वंयसेवियों से महाविद्यालय को "जीरो वेस्ट" कॉलेज बनाने का आह्वान किया। अंत में उन्होंने परिणाम घोषित किया जिसमें वंशिका जैन (बी0 एस0 सी0 तृतीय वर्ष) -प्रथम, करुणा ( बी0 ए0 द्वितीय वर्ष)- द्वितीय तथा नितिका ( बी0 ए0 तृतीय वर्ष) तृतीय स्थान पर रही।   प्राचार्या ने सभी को बधाई देते हुए सभी के प्रयासों की सराहना की। अंत में प्रो0 रीना चौहान प्रोग्राम ऑफिसर ने सभी का धन्यवाद किया । राष्ट्रगान के साथ इस कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया। 
इस कार्यक्रम का आयोजन  प्रोग्राम अफसर प्रो रीना चौहान व प्रो अरुण के साथ साथ स्वंयसेवक भार्गव, शिवानी, नूतन, अंकित, अमित ने संयुक्त रूप से किया।

5- पांवटा साहिब मे फाड़ी नये कृषि कानूनों की प्रतियां।

नये कृषि कानूनों के एक साल पूरे होने पर भारतीय किसान युनियन हिमाचल ने मौन रख कानूनों की प्रतियां फाड़ी। युनियन के मुताबिक कृषि कानूनो किसानों पर थोपे जाने एक वर्ष के अवसर पर संपूर्ण क्रांति दिवस मनाया गया है। पौंटा साहिब में यमुना बाल पार्क नजदीक भारतीय किसान युनियन

के हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी की अगुवाई मे किसान एकत्रित हुए तथा महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने काले कृषि कानूनों की प्रतिलिपि फाड़कर कानून का विरोध किया। उसके बाद स्थानीय SDM को ज्ञापन दिया गया। इस मौके पर गुरजीत सिंह नंबरदार, सरदार वरयाम सिंह, गुरनाम सिंह बंगा, चरणजीत सिंह जैलदार, हरप्रीत सिंह खालसा, साजिद हाशमी, विनय गोयल, अमरीक सिंह, रणजीत सिंह, जसवीर सिंह, हरदेव सिंह, चरणजीत सिंह हंस, अर्जुन सिंह, जसविंदर सिंह और मनदीप सिंह आदि भी मौजूद रहे।

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-