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फिर फ्रंटलाईन पर योद्धा
कोरोना को मात देकर सेवा मे जुटे डाॅ चौहान दंपत्ति, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तोमर भी मैदान में।
पिछले डेढ़ वर्ष मे कोरोना महामारी ने अपने कईं रूप दिखाए हैं। अपनो से अपनों को छीन लिया, मानसिक रूप से लोगों को परेशान किया, किसी का रोजगार छीन लिया तो किसी का परिवार। लेकिन इस कठिन दौर मे भी पहले कदम पर डटे कोरोना वारियर्स हम सभी की सुरक्षा मे डटे हुए है। हालांकि इन पर भी कोरोना वायरस ने अपना असर जरूर डाला लेकिन जिन्होंने हौंसले को बुलंद रखा वो कोरोना को पराजित करने मे भी कामयाब हुए हैं।
पांवटा साहिब के डाक्टर चौहान दंपत्ति और मीडिया से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तौमर जैसे मजबूत इच्छा शक्ति वाले कईं शख्स इस महामारी को आसानी से मात देकर फिर से जीवन की मुख्य धारा मे लौटे हैं। इनकी विजय बताती है कि जिसने हौसला और आत्म विश्वास बरकरार रखा वो अवश्य जीतेगा और कोरोना उनसे हारेगा।
पांवटा अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर राजीव चौहान डेढ़ वर्ष से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सेवाएं दे रहे हैं। एक साल से उनकी पत्नी डॉ. मीनाक्षी भी अस्पताल में सेवाएं दे रही हैं। डॉ. राजीव ने कहा कि पहले मां कोरोना संक्रमित हुई। उसके बाद उनकी, उनकी पत्नी और बेटा, बेटी की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। परिवार के पांचों सदस्य होम क्वारंटीन रहे। अब उनका पूरा परिवार कोरोना संक्रमण को मात दे चुका है। इसके चलते डॉक्टर दंपती ने फिर से अपना कार्यभार ग्रहण करके लोगों की सेवा करनी शुरू कर दी है।
वहीं, पांवटा साहिब मे अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तोमर भी पिछले डेढ़ वर्ष से लगातार फील्ड मे जा जाकर लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयासरत रहे। प्रशासन की व्यवस्थाओं को जनता तक और जनता की दिक्कतों को प्रशासन और सरकार तक पंहुचाते रहे। इसी बीच कुछ दिन पूर्व वह भी कोरोना की चपेट मे आ गये। लेकिन पूरी एहतियात बरती और परिवार के अन्य सदस्यों को इससे बचा लिया। खुद इच्छा शक्ति और सरकार के प्रोटोकॉल के तहत घर पर ही उपचार करवाया और चंद दिनों मे ही स्वस्थ हो गये। सुरेश तोमर बताते हैं कि इस दौरान उनकी धर्मपत्नी कमलेश तोमर की सेवा और मनोबल बढ़ाने मे सहयोग और दोस्तों के सकारात्मक संदेशों और शुभकामनाओं के कारण वह जल्द स्वस्थ हो पाए। अब वह भी फील्ड मे फिर से नई पारी का आगाज कर चुके हैं और जनता के बीच सेवा के लिए मौजूद है। इन शख्सियतों के बारे मे आपको बताने का तात्पर्य यह है कि यदि आपके अंदर मजबूत इच्छा शक्ति और हौंसला है और आप सरकार के जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपना उपचार करवाते हैं तो आप कोरोना को आसानी से पराजित कर सकते है। बशर्ते आप सही समय पर अपनी जांच और उपचार करवायें।