क्रिप्टो करेंसी को लेकर साइबर सेल शिमला की ये एडवाइजरी ddnewsportal.com
क्रिप्टो करेंसी को लेकर साइबर सेल शिमला की ये एडवाइजरी
आरबीआई गवर्नर पहले ही दे चुके हैं निवेशकों को बचने की सलाह
गत दिनों क्रिप्टो करेंसी को लेकर RBI गवर्नर का एक बयान सामने आया था जिसमे उन्होंने निवेशकों को इस फील्ड में निवेश करने को लेकर सावधान किया था। क्रिप्टो करेंसी निवेशकों को आगाह करते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि ऐसी संपत्तियों का कोई आधार नहीं है। हिमाचल प्रदेश में भी उसके बाद एक फ्राॅड सामने आया था जिसमें निवेशकों के करोडों रूपये
लेकर आरोपी फरार हो गया था। अब इस बाबत साइबर सेल शिमला ने भी एक एडवाइजरी जारी करते हुए ऐसे मामलों मे निवेश करने से बचने की सलाह दी है। क्रिप्टो करेंसी के बारे में नरवीर सिंह राठौर एडिशनल एसपी साइबर क्राइम शिमला ने कहा, "क्रिप्टो-मुद्राओं के संबंध में कानूनी ढांचा अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने किसी भी
संस्था/कंपनी को किसी भी आभासी मुद्रा से निपटने के लिए कोई लाइसेंस/प्राधिकरण नहीं दिया है। कानूनी ढांचे के अभाव में, नागरिकों के लिए बिटकॉइन जैसी आभासी मुद्राओं से निपटने की सलाह नहीं दी जाती है। इन मुद्राओं का इस्तेमाल आम तौर पर डार्क वेब या हिडन वेब पर काम करने वाले अपराधियों द्वारा किया जाता है। कानूनी, वास्तविक व्यवसाय आमतौर पर बिटकॉइन का उपयोग नहीं करते हैं। इसलिए बिटकॉइन में व्यापार लेनदेन के लिए किसी भी अनुरोध को संदेहास्पद होना चाहिए और इससे बचा जाना चाहिए।
शिकायत कैसे करें:
यदि आप पीड़ित हैं तो निम्नलिखित दस्तावेजों के साथ तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें:
1. घटना के बारे में संक्षेप में संपूर्ण तथ्य।
2. बिटकॉइन का पता।
3. शामिल बिटकॉइन की राशि।
4. पता जिससे/जिसे बिटकॉइन की खरीद/बिक्री की जाती है।