हिमाचल- दूसरों की समस्या दूर करवाने वाले खुद लाचार ddnewsportal.com

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दूसरों की समस्या दूर करवाने वाले खुद लाचार

कम वेतन मिलने और सीनियर की तरफ से अपशब्दों का प्रयोग करने का लगाया आरोप।

प्रदेश भर की शिकायतें सुनकर सरकार के माध्यम से लोगों की समस्या दूर करने वाले खुद परेशान है। उक्त कर्मियों ने कम वेतन मिलने और सीनियर की तरफ से अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। जिसकी जांच शुरू हो गई है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में जनता की समस्या का निवारण करने के लिए शुरू की गई सीएम हैल्पलाइन-1100 खुद लाचार होकर रह गई है। इसका ताजा प्रमाण यह है कि यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से कम वेतन मिलने और सीनियर की तरफ से अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया है। वायरल वीडियो में कहा गया है कि कंपनी की तरफ से उनको महज 8000 रुपए वेतन दिया जा रहा है और वार्षिक इंक्रीमैंट देने में भी आनाकानी की जा रही है। इस शिकायत को मिलने के बाद आईटी विभाग हरकत में आ गया और उच्च अधिकारियों की एक टीम ने सीएम हैल्पलाइन कार्यालय का दौरा किया। अधिकारियों ने यहां पर काम कर रहे कर्मचारियों के पक्ष को सुनने के बाद सप्ताह के भीतर वस्तुस्थिति को लेकर रिपोर्ट देने को कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस

घटनाक्रम के बाद उन 2 सीनियर कर्मचारियों ने अपनी नौकरी छोड़ दी है, जिनके ऊपर जूनियर के साथ अपशब्द प्रयोग करने का आरोप लगाया गया था। बता दें कि सीएम हैल्पलाइन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजैक्ट है ताकि लोगों की समस्याओं का घर-द्वार पर निवारण किया जा सके। यहां पर करीब 80 से अधिक कर्मचारी 2 शिफ्टों में काम करते हैं। हैल्पलाइन ने कोरोना काल व रूस के यूक्रेन पर हमले के समय सराहनीय कार्य किया है। यानी कोरोना काल में लोगों को मदद पहुंचाई है और वर्तमान में जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो उस समय फंसे लोगों के संदर्भ में सूचना को जुटाया। उधर, आईटी विभाग के निदेशक मुकेश रेपासवाल ने संपर्क करने पर माना कि सीएम हैल्पलाइन में कुछ शिकायतें सामने आई थीं। इस शिकायत को मिलने के बाद कर्मचारियों के पक्ष को सुना गया है तथा सप्ताह के भीतर इसको लेकर रिपोर्ट मांगी है।