पढ़ें क्यों खास है ये सफलता और क्या है बेटी में अभूतपूर्व खूबी... ddnewsportal.com
गिरिपार के नघेता की जिज्ञासा ने उत्तीर्ण की UGC NET परीक्षा
पढ़ें क्यों खास है ये सफलता और क्या है बेटी में अभूतपूर्व खूबी...
कहते हैं कि हौंसले बुलंद हो तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। यह कहावत सच साबित कर दिखाई है पाँवटा साहिब के गिरिपार क्षेत्र के नघेता की जिज्ञासा शर्मा ने। नघेता गांव की जिज्ञासा शर्मा ने पहले ही प्रयास मे UGC NET परीक्षा पास की है। बड़ी और खास बात यह है कि जिज्ञासा शर्मा बचपन से ही दृष्टिबाधित है, बावजूद इसके पहले ही अटेम्प्ट में यह एग्जाम पास करना अपने आप में बड़ी कामयाबी बन जाती है।
जिज्ञासा की पहली से आठवीं तक की पढ़ाई शार्प मेमोरियल स्कूल देहरादून में पूरी हुई तथा आठवीं से बारहवीं तक सी. एन .आई .गर्ल्स स्कूल देहरादून तथा ग्रेजुएशन एम.के.पी .(पी.जी. )कॉलेज देहरादून से हुई तथा पोस्ट ग्रेजुएशन इंग्लिश में श्री गुरु राम राय यूनिवर्सिटी देहरादून से पूरी हुई। उनके पिता राजेंद्र शर्मा सरकारी स्कूल में गणित के प्रवक्ता पद पर है तथा माता बबीता
शर्मा सिविल हॉस्पिटल पांवटा में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के पद पर नियुक्त है। जिज्ञासा शर्मा ने इसी वर्ष इंग्लिश में एम.ए. पास की है तथा पहले प्रयास में ही नेट परीक्षा में 66.6% परसेंटेज लेकर परीक्षा उत्तीर्ण की है। जिज्ञासा शर्मा ने इसका श्रेय अपने माता-पिता तथा गुरुजनों को दिया है। उनका मानना है कि अगर कठिन परिश्रम किया जाए तो कोई भी बाधा आपको नहीं रोक सकती। जिज्ञासा शर्मा शुरू से ही आंखों की रोशनी ना होने के
बाद भी नॉर्मल स्टूडेंट के साथ कंपटीशन करती है। उसकी पढ़ाई पांचवी के बाद नार्मल स्कूल में नॉर्मल स्टूडेंट के साथ ही हुई है तथा क्लास में 8वीं 10वीं 12वीं व ग्रेजुएशन तथा पोस्ट ग्रेजुएशन में अपने साथ के सभी बच्चों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिज्ञासा के पिता राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि मुझे अपनी बेटियों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मेरे पास दो बेटियां है बड़ी बेटी जिज्ञासा शर्मा जिसकी आंख की रोशनी न होने के बावजूद भी आज तक मुझे इसकी कोई कमी नहीं खली है। उसने शुरू से ही कड़ी मेहनत कर अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है तथा छोटी बेटी वंशिका शर्मा देहरादून से MBBS कर रही है।