मुख्यमंत्री द्वारा हिमाचल दिवस पर सौगात न देने पर जताया रोश- ddnewsportal.com
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त इंसेंटिव से दूर रखना बड़ी भूल
बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मचारी महासंघ जिला सिरमौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा हिमाचल दिवस पर सौगात न देने पर जताया रोश, भूल सुधारने का किया आह्वान।
बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता कर्मचारी महासंघ जिला सिरमौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा हिमाचल दिवस पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त मानदेय की सौगात न देने पर रोश प्रकट किया है। जारी प्रेस बयान में महासंघ
जिला सिरमौर के प्रधान बलवीर सिंह चौहान, मुख्य सलाहकार बैसाखी राम, पांवटा खंड के प्रधान देवेंद्र कुमार सहित महासचिव तुलसीराम, सदस्य अंजना शर्मा, सुमित्रा राणा, ममता देवी, कुसुम शर्मा, शीला जोशी आदि ने बताया कि जयराम ठाकुर के द्वारा हिमाचल दिवस पर कोरोना वॉरियर्स को
अतिरिक्त मानदेय अप्रैल व मई में दिया गया है। जिसका महासंघ समर्थन करता है। परंतु क्लास -3 और 4 की जो श्रेणी इसमें ली गई है उससे स्वास्थ्य कार्यकर्ता, महिला व पुरुष क्लास -3 श्रेणी, को इस कोरोना वारियर्स के सम्मान से बिल्कुल वंचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनवरी 2020 से अब तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता दिन रात कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं। तब तक
स्वास्थ्य कार्यकर्ता हर समय अपने दायित्व को बखूबी निभा रहे हैं। पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन से लेकर कंटेनमेंट जोन व अस्पताल तक सेवाएं देने व रोगी के उपचार में सहायता कर रहे हैं। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए बचाव में प्रति व्यक्ति को ढूंढ कर टीकाकरण भी कर रहे हैं। ये खंड स्तर से लेकर जिला व पूरे प्रदेश में सिर्फ स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला व पुरुष)
ही लगा लगा रहे हैं। जिस श्रेणी पर पूरे देश के टीकाकरण का भार है, उसी श्रेणी के महिला व पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता के लिए हिमाचल दिवस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोई मानदेय को लेकर घोषणा ना करने से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के दिल पर ठेस पहुंचाई है। सुचारू रूप से चल रहे टीकाकरण अभियान में कार्य कर रहे स्वास्थ्य विभाग के ऐसे कार्यकर्ताओं को इससे धक्का लगा है और सभी को ठेस पहुंची है। बहुदेशीय स्वास्थ्य कर्मचारी
मुख्यमंत्री के पक्षपातपूर्ण व्यवहार पर अपनी नाराजगी व रोश प्रकट करते हैं और मुख्यमंत्री को इस भूल के लिए सुधारने की अपील करते हैं। संघ का कहना है कि ये कार्यकर्ता आम लोगों को टीकाकरण का लाभ पहुंचा रहे हैं। आज तक चाहे कार्य दिवस व छुट्टी का दिन हो, कार्यकर्ता दिन रात काम कर
रहे हैं। महासंघ के पदाधिकारियों ने सरकार से आग्रह किया है कि इस वर्ग की अनदेखी न की जाए और इस वर्ग को भी कार्य का मान सम्मान दिया जाए। इस वर्ग को भी अन्य वर्ग की तरह इंसेंटिव दिया जाए ताकि टीकाकरण 100 फ़ीसदी तक करने के लिए इस वर्ग का मनोबल ना टूटे और इस वैश्विक महामारी को रोकने में स्वास्थ्य कार्यकर्ता अधिक समय देकर प्रदेश और राष्ट्र को इस महामारी से बचाने में सफल हो सके।