इन कंपनियों ने बाजार से वापिस मंगवाई गाडियाँ ddnewsportal.com
इन कंपनियों ने बाजार से वापिस मंगवाई गाडियाँ
जानिये क्यों 4 लाख 85 हजार वाहनों को किया रीकाॅल, ग्राहकों को आ रही थी ये समस्याएं...
वाहन निर्माता कंपनी हुंडई और किआ ने अमेरिका में अपनी लगभग 485,000 हजार गाड़ियों को रीकॉल किया है, यानी इन्हे ग्राहकों से वापस मंगवाया है। इन कारों में एंटीलॉक ब्रेक कंट्रोल मॉड्यूल में कन्टैमिनेट की समस्या है। कार कंपनियों के मुताबिक इस कमी की वजह से शॉर्ट सर्किट हो सकता है और कार में आग लग सकती है। हुंडई और किआ अमेरिका में अपने ग्राहकों से कह रहे हैं कि वे गाड़ी को बाहर पार्क करें, क्योंकि इंजन बंद
होने पर आग लग सकती है। US नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (NHTSA) ने इसकी जांच शुरू कर दी है। दोनों वाहन निर्माता ये पहली बार नहीं है, जब अपनी गाड़ियां ठीक करने के लिए वापस मंगवा रहे हैं, कंपनी पहली भी इंजन फेलियर और आग लगने के शिकायतों के चलते पिछले 6 सालों से परेशान है। इस बार समस्या एंटीलॉक ब्रेक कंट्रोल मॉड्यूल में गंदगी है, जो इलेक्ट्रिक शॉर्ट का कारण बन सकती है। इससे वाहन चलाते समय या पार्क करते समय आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
ये गाड़ियां जाएंगी वापस-
Kia ने अपनी 2014 और 2015 में बेची गई Kia Sportage SUVs को रिकॉल किया है, इसके अलावा 2016 और 2018 में बेची गई अपनी सेडान K900 को भी रिकॉल किया है। Hyundai ने 2016 और 2018 में बेची गई SUV Santa Fe को रिकॉल किया। वहीं 2017 और 2018 में बेची गई Santa Fe Sports को ग्राहकों से वापस मंगवाया। इसके साथ साथ कंपनी ने 2019 में बेची गई Santa Fe XL, 2014 और 2015 में बेची गई Tucson SUV को अमेरिका के ग्राहकों से वापस मंगवाया गया है।
कंपनियां वाहन मालिकों को देगी मुफ्त सर्विस-
ऑटोमेकर का कहना है कि आग से संबंधित 11 मामले सामने आए हैं, हालांकि, एक भी मामले में किसी को भी चोट नहीं आई है। अमेरिकी सुरक्षा नियामकों ने मंगलवार को पोस्ट किए गए दस्तावेज़ों में कहा गया है कि मालिकों को मरम्मत किए जाने तक वाहनों को संरचनाओं के बाहर और दूर पार्क करना चाहिए। इसके अलावा, हुंडई डीलर कंट्रोल मॉड्यूल का निरीक्षण
करेंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हें बदल देंगे। हुंडई 5 अप्रैल से अधिसूचना पत्र मेल करेगी, और किआ उन्हें 31 मार्च को भेजेगी। गाड़ी को ठीक करने के लिए ग्राहकों को कोई भी शुल्क नहीं देना होगा, कंपनी इसे मुफ्त में कर रही है। हालांकि भारत में इस तरह की शिकायत की कोई सूचना नही है।