रेडियोलाॅजिस्ट की सैलरी को बाजार मे मांगा चंदा ddnewsportal.com
रेडियोलाॅजिस्ट की सैलरी को बाजार मे मांगा चंदा
पांवटा साहिब व्यवस्था परिवर्तन मंच के पदाधिकारियों ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर कसा तंज।
पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल के बाहर पिछले छह दिनों से रेडियाॅलोजिस्ट की मांग को लेकर धरने पर बैठे पांवटा साहिब व्यवस्था परिवर्तन मंच के पदाधिकारियों ने आज पांवटा साहिब बाजार मे रेडियोलोजिस्ट की सैलरी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पैसे देने के लिए चंदा जुटाकर स्वास्थ्य विभाग और सरकार पर एक तरह से तंज कसा। पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग के पास न ही उन्हे देने के लिए उचित सैलरी। ऐसे मे मंच ने बीड़ा उठाया है कि वह बाजार
से चंदा एकत्रित कर स्वास्थ्य विभाग या सरकार को देंगे ताकि वह रेडियोलोजिस्ट को अच्छी सैलरी दे सकें और कोई यहां ज्वायन कर सके। ताकि ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों से आने वाली गरीब गर्भवती महिलाओं को निशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा अस्पताल मे मिल सकें। मंच के संयोजक और अन्य सदस्य यहां के गीता भवन चोक पर एकत्रित हुए और पूरे बाजार मे चंदा एकत्रित कर धरना स्थल पर पंहुचे। इस दौरान मंच संयोजक सुनील चौधरी ने कहा कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग शायद कंगाली के दौर से गुजर रहा है। इसीलिए एक रेडियोलोजिस्ट को उचित सैलरी नही दी जा रही। शायद रही कारण है कि रेडियोलोजिस्ट सरकार की
नौकरी करने की बजाय निजी क्षेत्र की जाॅब को प्राथमिकता दे रहे हैं, जहां उन्हें लाखों रूपये तनख्वाह मिलती है। बीते दिनों ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी की मौजूदगी मे स्वास्थ्य विभाग से हुई वार्ता मे मंच ने कहा था कि यदि तीन दिन के लिए रेडियोलोजिस्ट को यहां तैनात करने के साथ साथ बाकी के तीन दिन जो अल्ट्रासाउंड निजी क्लिनिक में होंगे उसका खर्च स्वास्थ्य विभाग वहन करें। लेकिन इस पर विभाग ने असमर्थता जताई। जिसके बाद मंच ने निर्णय लिया कि यदि विभाग की आर्थिक हालत इतनी पतली हो गई है तो वह चंदा जुटायेंगे। क्योंकि वह गरीब गर्भवती महिलाओं को निजी क्लिनिक मे लुटते नही देख सकते। यह चंदा सरकार को भेजा जाएगा ताकि यहां पर रेडियोलोजिस्ट को लाकर उसे अच्छी तनख्वाह दे सके। इस दौरान मंच के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।