New Delhi: जस्टिस राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का सीजे बनाने की सिफारिश, रामचंद्र राव को झारखंड... ddnewsportal.com

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New Delhi: जस्टिस राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का सीजे बनाने की सिफारिश, रामचंद्र राव को झारखंड...

देश के सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख समेत सात हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की नियुक्ति के लिए सिफारिश की है। इनमें केरल, मध्य प्रदेश, मद्रास और मेघालय हाईकोर्ट भी शामिल हैं। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने जस्टिस राजीव शकधर को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस (सीजे) बनाने की सिफारिश की।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के सीजे एमएस रामचंद्र राव को झारखंड हाईकोर्ट स्थानांतरित करने का सुझाव दिया। झारखंड हाईकोर्ट के सीजे डॉ बिद्युत रंजन सारंगी 19 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। जस्टिस शकधर को 11 अप्रैल 2008 में हाईकोर्ट का जज बनाया गया था और वरिष्ठता सूची में वे चौथे स्थान पर हैं। वे देश के वरिष्ठतम जजों में से एक हैं।


कॉलेजियम ने दिल्ली हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मनमोहन को चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की। उन्हें 13 मार्च 2008 में दिल्ली हाईकोर्ट का जज बनाया गया था और वे 16 दिसंबर 2024 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कॉलेजियम ने अपने प्रस्ताव में कहा, प्रक्रिया ज्ञापन को ध्यान में रखते हुए जस्टिस मनमोहन को उनके मूल हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जा सकता है।
कॉलेजियम उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश करता है। कॉलेजियम ने एक अलग प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नोंगमईकापम कोटिश्वर सिंह को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त करने की सिफारिश की है। उनके सुप्रीम कोर्ट आने से जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख हाईकोर्ट में दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस सुरेश कुमार को चीफ जस्टिस बनाने की सिफारिश की है।

■ 2008 में अतिरिक्त न्यायाधीश बने शकधर-

राजीव शकधर को 11 अप्रैल, 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी पुष्टि की गई। उन्हें 2016 में मद्रास हाईकोर्ट में ट्रांसफर किया गया, जहां उन्होंने 11 अप्रैल, 2016 से सेवा की, उसके बाद 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस अपने दिल्ली हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया।