सिरमौर से फर्जी परमिट पर इतनी दूर पंहुच गया शराब से भरा ट्रक ddnewsportal.com

सिरमौर से फर्जी परमिट पर इतनी दूर पंहुच गया शराब से भरा ट्रक ddnewsportal.com

सिरमौर से फर्जी परमिट पर इतनी दूर पंहुच गया शराब से भरा ट्रक

पांवटा का चालक 900 पेटियों के साथ दबोचा गया, विजिलेंस ने ट्रक सहित शराब ली कब्जे में, उद्योग प्रबंधन पूछताछ के लिए तलब।

सिरमौर जिला से फर्जी परमिट पर एक ट्रक शराब लेकर ऊना तक पुहच गया और किसी को रास्ते मे भनक भी नही लगी। ये तो विजिलेंस की टीम ने संक्रियता दिखाई और ट्रक पकड़ लिया। जानकारी के मुताबिक ऊना जिला मुख्यालय पर विजिलेंस की टीम ने फर्जी परमिट पर शराब ढो रहे ट्रक को अपने कब्जे में लिया है। ट्रक से करीब 900 पेटी शराब बरामद की है। शराब की खेप जिला सिरमौर के एक शराब उद्योग की है। इसकी पुष्टि डीएसपी विजिलेंस अनिल मेहता ने की है। उन्होंने कहा कि मौके पर जांच के दौरान पता चला कि यह शराब जाली दस्तावेज से ले जाई जा रही थी। यह भी पता लगाया जाएगा कि इतनी बड़ी शराब की खेप किसे सप्लाई दी जानी थी। शराब उद्योग से किस तरह से शराब बाहर निकली, जबकि शराब कारखाने में एक्साइज विभाग के अधिकारी की अनुमति से ही शराब बाहर जाती है। इसकी जांच करने के साथ ही शराब के प्रबंधकों को भी पूछताछ के लिए ऊना तलब किया जाएगा। वहीं, इस ट्रक को आमीर खान निवासी गांव जोहड़ों डाकघर पुरुवाला तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर चला रहा था। जानकारी के मुताबिक ऊना में लालसिंगी-होशियारपुर मार्ग पर विजिलेंस विभाग की टीम ने नाकाबंदी की हुई थी। विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि एक ट्रक में बिना परमिट के शराब की बड़ी खेप भरकर ले जाई जा रही है। इस दौरान एक ट्रक को जांच के लिए टीम ने रोका। जब ट्रक चालक से शराब की दस्तावेज को लेकर पूछताछ की तो उसने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए

वह जाली निकले। इसको लेकर टीम ने अपने आला अधिकारियों को इस मामले को लेकर जानकारी दी। विभागीय अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इस संबंध में विजिलेंस टीम ने जब शराब की इतनी बड़ी खेप के दस्तावेज को लेकर ट्रक को तुरंत अपने कब्जे में लिया। टीम ट्रक को पकड़कर अपने कार्यालय में ले गई। अब वहां पर शराब की खेप को लेकर ट्रक चालक से पूछताछ की जा रही है। वहीं इस संबंध में जिला सिरमौर के शराब उद्योग के प्रबंधकों को भी पूछताछ के लिए ऊना बुलाया जाएगा, ताकि इस बात का पता लागया जा सके कि इतनी बड़ी शराब की खेप विना वैध दस्तावेज के किस तरह से उद्याेग से बाहर भेजी गई। इसमें कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी जांच की जाएगी।