कलम की स्याही मे हृदय का रंग भरने से देश को ले जाओगे आगे ddnewsportal.com
कलम की स्याही मे हृदय का रंग भरने से देश को ले जाओगे आगे
पांवटा प्रेस क्लब ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम मे बोले एसडीएम विवेक महाजन।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर पांवटा प्रेस क्लब ने एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब के अध्यक्ष आर पी तिवारी ने की। कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन तथा विशेष अतिथि के तौर पर डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर और तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री ने शिरकत की। कार्यक्रम मे पंहुचने पर
मुख्य अतिथि और विशेष अतिथि को बुके भेंटकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एसडीएम विवेक महाजन ने कहा कि आज का दिन बड़ा शुभ है, सभी पत्रकारों को बधाई। पेन तलवार से बड़ा और पैना होता है। बाल गंगाधर तिलक, गोखले, विपिन चंद्रपाल, सुब्रमण्यम आदि कलम से लड़ रहे थे। तलवार अपना काम कर रही थी, दूसरी तरफ कलम समाज को पथ दिखा रहा था कि तुम्हे आजादी व स्वराज पाना है। समाज को जोड़ने मे कलम का बड़ा हाथ रहा। कलम का जादू चला। उसी कड़ी मे आज के पत्रकारों को भी आंकते है। चौथा स्तंभ समाज और प्रशासन की कमियों को बताता है जिससे सुधार हो पाता है। कलम की स्याही मे मिलावट न हो। उस स्याही मे हृदय का रंग भरेंगे तो वह लंबे समय तक जीवित रहेगा। पत्रकार कर्मयोगी है। कर्म को पूजा मानकर करेंगे तो उसमे स्वार्थ नही होगा। इससे आपकी इज्जत तो बढ़ेगी ही, साथ ही देश का मान भी बढ़ेगा। नये पत्रकारों
के लिए वर्कशाप का आयोजन किया जाएगा। जिससे उनकी लेखनी मे सुधार और पारदर्शिता आएं। तभी आज की मटिरियलिज्म की चकाचोंध से दूर रहेंगे। हम अगले वर्ष थीम रखेंगे कि Why Should not be Respect the Media। पत्रकारों ने जब भी हमारे संज्ञान मे कोई मामला लाया है तो मेरा हमेशा से प्रयास रहा है कि उसे हल किया जाए। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत महासचिव सुरेश तोमर ने पत्रकार के जीवन को बताती एक कविता "कलम का सिपाही" प्रस्तुत कर की। उसके बाद वरिष्ठ पत्रकार सुखविंदर सिंह सुक्खु ने अतिथियों का स्वागत किया। तत्पश्चात ज्ञान प्रकाश शर्मा, पंकज भटनागर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
क्लब के अध्यक्ष आरपी तिवारी ने कहा कि मीडिया का अहम् रोल पब्लिक की समस्याएँ प्रशासन के समक्ष रखना है। पत्रकार जनता का जिम्मेदार है। सही लोगों को किसी से डरने की जरूरत नही है। चौथा स्तंभ जनता ने बनाया है इसलिए हम उसी जनता के प्रति जिम्मेदारी निभानी चाहिए। 12
जनवरी 2018 मे सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के प्रेस कांफ्रेंस की, उस दिन आप स्थापित हो गये। लेकिन दुर्भाग्य कि खुद मीडिया ने ही मात्र तीन घंटे मे इस अहमियत की धज्जियां उड़ा दी। हमे अपनी जिम्मेदारी को बरकरार रखना है। साथ ही कहा कि हमे डिसिजन मेकिंग नही बनना है। हमारी कलम तय करती है कि हम कैसे पत्रकार है। आत्ममंथन करते रहिये ताकि आप अपनी राह से न भटके। जल्दबाजी मे खबर न लिखें, इससे खबर के गलत होने की संभावना न के बराबर रहेगी।
तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि जनता और प्रशासन के मध्य सेतू का काम करते हैं पत्रकार। समाज की बुराईयां और प्रशासन की कमियों
को बैखोफ उजागर करें। हमारे समाने कमियाँ आएगी तो हम उनका समाधान कर पायेंगे।
वहीं, डीएसपी बीर बहादुर ने कहा कि मीडिया समाज का आईना तो ही ही साथ ही स्वयं का भी आईना है। उनका मानना है कि कोई भी फैसला जनहित मे हो तो वहां पर कुछ ऐसे लोगों को तरजीह देने से बचना चाहिए, जो उस विकास मे बाधा बन रहे हो। यदि आपको लगता है कि कहीं हम गलत हैं तो हमें जरूर बताएं। साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान के बारे मे जरूर पढें और ड्यूटी और राईट मे बारे मे लोगों को भी जागरूक करें। इस मौके पर दर्जनों पत्रकार साथी मौजूद रहे।