भूतपूर्व सैनिक संगठन ने याद किए शहीद कमलकांत ddnewsportal.com

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भूतपूर्व सैनिक संगठन ने याद किए शहीद कमलकांत 

पैतृक गांव कोटड़ी व्यास के स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का किया आयोजन।

भूतपूर्व सैनिक संगठन पाँवटा साहिब-शिलाई ने शहीद कमलकांत को उनके शहादत दिवस पर याद किया। पैतृक गांव कोटड़ी व्यास स्थित समृति स्थल पर प्रातः 10 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र एवं परिवार तथा गांव तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विधालय कोटड़ी व्यास के छात्रों ने मिलकर अमर शहीद कमलकांत को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी

श्रद्धांजलि अर्पित की। भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारियों ने शहीद कमलकांत के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। शहीद सिपाही कमलकांत 1999 से 4वीं  ग्रीनेडियर बटालियन मे ऑपरेशन पराक्रम के अंतर्गत कश्मीर में तैनात थे। 8 सितंबर 2002 को सिपाही कमलकांत ने दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना मातृभूमि की रक्षा में लीन होकर अंततः वीरगति को प्राप्त हुए। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही कमलकांत के बलिदान पर गर्व है। इस मौके पर शहीद की वीरमाता कपली देवी व भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब एवं शिलाई क्षेत्र के सदस्यों तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटड़ी व्यास के छात्रों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उसके उपरांत राष्ट्रगान व तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद कमलकांत के स्मृति पर पुष्पांजलि अर्पित की।  इस मौके पर उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद कमलकांत अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारियों ने उपस्थित सभी नौजवानों से राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की। साथ ही शहीद माता को शॉल भेंट कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन पराक्रम में भारत माता की सीमाओं की रक्षा के लिए दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा।


 इस मौके पर शहीद कमलकांत की माता कपली देवी व परिवार के सदस्य तथा भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र से उपाध्यक्ष सवर्णजित, सचिव सन्तराम, कोशाध्यक्ष तरुण गुरंग, के अलावा हरविंदर, सुरेन्द्र व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोटड़ी व्यास के छात्र व कई गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।