आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई सामाजिक कार्यकर्ता विनिता ddnewsportal.com

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आखिरकार जिंदगी से जंग हार गई सामाजिक कार्यकर्ता विनिता

पीजीआई चंडीगढ़ मे ली आखिरी सांस, पुलिस कांस्टेबल पर है आग लगाकर जान से मारने का आरोप, विवाह की तिथि के एक दिन बाद छोड़ी दुनिया

नाबालिग बच्चियों के योन शोषण और अन्य सामाजिक कार्य मे सक्रिय रहने वाली सामाजिक कार्यकर्ता विनिता ठाकुर की पीजीआई चंडीगढ़ मे मौत हो गई है। पिछले करीब 11 दिन से जिंदगी के लिए लड़ रही विनिता ने रविवार को दम तौड दिया। उसे झुलसी हुई हालात मे नाहन से रैफर किया गया था। एक पुलिस कांस्टेबल पर पेट्रोल छिड़क कर विनीता को जलाने का आरोप है जो अभी न्यायिक हिरासत में हैं। जानकारी के मुताबिक गत 11 नवम्बर को मृतका के भाई विरेन्द्र चौहान निवासी हलांह, तहसील शिलाई ने थाना सदर नाहन में मामला दर्ज करवाया था कि उसकी बहन को सूर्याकान्त (पुलिस आरक्षी) ने आग लगाकर जान से मारने की कोशिश की है। जिस पर पुलिस थाना नाहन में भादसं की धारा 307 आईपीसी आरोपी के विरूद्ध दर्ज किया गया था। पीड़िता का पी0जी0आई0 चण्ड़ीगढ़ में ईलाज चल रहा था। लेकिन करीब 60 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता की रविवार को ईलाज के दौरान पीजीआई चण्ड़ीगढ़ में मौत हो गई। सूचना के बाद पुलिस दल को पीड़िता का पोस्टमार्टम करवाने हेतू पीजीआई चण्ड़ीगढ़ रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि गत 21 नवम्बर को मृतका की शादी की तिथि तय हुई थी। जिसकी शापिंग के बाद 11 नवम्बर को मृतका नाहन मे शादी के कार्ड बांटने गई थी। आरोप है कि इस

दौरान आरोपी पुलिस कांस्टेबल ने उस पर पेट्रोल छिड़क कर लाईटर से आग लगा दी। जिससे विनिता बुरी तरह से झुलस गई। जिस पर नाहन मेडिकल कॉलेज से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर किया गया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। बच्चों और समाज को न्याय दिलाने के लिए बहादुरी से लड़ने वाली युवती जिंदगी से जंग हार गई। बताया जा रहा है कि निलंबित आरोपी पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ अब धारा 302 के तहत मुकदमा चल सकता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरमौर बबीता राणा ने मामले की पुष्टि की है।